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मिर्ज़ापुर

साधु बनकर 35 साल बाद घर लौटा लापता व्यक्ति

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मिर्जापुर के जमालपुर गांव में एक अनोखी घटना घटी जब 70 वर्षीय अमरनाथ गुप्ता 35 साल बाद साधु के वेश में अपने घर लौटे। 1990 में वे कार सेवकों के साथ अयोध्या गए थे और 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद लापता हो गए। इस दौरान उन्होंने अयोध्या और वृंदावन के विभिन्न आश्रमों में जीवन बिताया।

पुलिस की गिरफ्तारी से बचते हुए वे कई शहरों से होते हुए अपने गांव पहुंचे, लेकिन वहां गिरफ्तार कर लिए गए। जमानत के बाद उन्होंने वृंदावन में बाबा रूप किशोर दास से दीक्षा ली और साधु जीवन अपनाया। वर्तमान में वे जयपुर के एक आश्रम में रह रहे हैं।

हाल ही में प्रयागराज में स्नान करने के बाद अमरनाथ को सपने में अपनी मां के दर्शन हुए, जिसके बाद वे घर लौटने का निर्णय लिया। घर पहुंचकर उन्होंने अपनी वृद्ध मां प्यारी देवी और पत्नी चंद्रावती से मुलाकात की, जो वर्षों से उनके लौटने की प्रतीक्षा कर रही थीं। गांव में उनके आगमन की खबर फैलते ही लोग बड़ी संख्या में उनसे मिलने पहुंचे।

अमरनाथ ने कहा कि वे दो दिन बाद फिर अपने आश्रम लौट जाएंगे, लेकिन अपने गांव आकर जीवन की एक अधूरी इच्छा पूरी कर चुके हैं। उन्होंने राम मंदिर निर्माण पर हर्ष जताते हुए कहा कि प्रभु का मंदिर बनने से उनका जीवन सफल हो गया।

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