धर्म-कर्म
एक माह बाद प्राचीन स्वरूप में आई माँ गंगा की आरती

वाराणसी| गंगा सेवा निधि द्वारा दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध माँ गंगा की दैनिक महा आरती अपने प्राचीन व भव्य स्वरूप में हुई. पिछले एक माह से दशाश्वमेध घाट माँ गंगा की आरती सांकेतिक रूप से सम्पन्न हो रही थी. 10 जनवरी 2022 से सांकेतिक रूप से हो रही थी.कोविड के तीसरी लहर को देखते हुए संस्था द्वारा लिया गया था निर्णय पीछे कुछ हफ़्तों से देश मे घटते कोरोना संक्रमण को देखते हुए गंगा सेवा निधि द्वारा प्राचीन स्वरूप आरती आज से प्रारम्भ किया गया 7 अर्चकों द्वारा माँ गंगा की भव्य आरती हुई माँ गंगा की आरती के पीछे उचित दूरी से साथ 100 लोगो के बैठने की व्यवस्था की गई है जिसमे एक चौतरे 12 लोगो ही बैठ सकेंगे साथ ही 200 लोगों को कुर्सियों पर उचित दूरी के साथ बैठे का प्रबंध किया गया है। माँ गंगा की आरती में आए श्रद्धालुओं को मास्क के साथ ही आरती स्थल पर बैठने दिया जा रहा है। माँ गंगा की आरती में अर्चकों ने मास्क लगाकर की आरती लोगों को की मास्क के लिए प्रेरित पिछले दो सालों से कोविड को देखते हुए संस्था के अर्चकों द्वारा मास्क लगाकर ही आरती सम्पन्न की जा रही है संस्था द्वारा श्रद्धालुओं से ये अपील भी की जा रही है कि आरती मास्क लगा कर ही बैठे। उस दौरान गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमान यादव आदि उपस्थित थे।