वाराणसी
फायर ब्रिगेड की फुर्ती ने बचायी 339 जानें

अग्निशमन विभाग का रिस्पांस टाइम घटा, राहत कार्यों में तेजी
वाराणसी। अग्निशमन विभाग की कार्यक्षमता में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। साल 2024 की शुरुआत से 31 मई तक विभाग ने आग लगने या आपात स्थिति में फंसे लोगों की कुल 682 कॉल्स पर त्वरित कार्रवाई की और 339 इंसानों व 27 मवेशियों की जान बचाई।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत के अनुसार, फायर स्टेशन की संख्या में वृद्धि, उपकरणों के आधुनिकीकरण और बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट के चलते औसत रिस्पांस टाइम में काफी कमी आई है। जहां वर्ष 2023 में यह औसतन 21 मिनट था, वहीं 2024 में घटकर पहले 17 और अब सिर्फ 12 मिनट रह गया है।
उन्होंने बताया कि विभाग की तत्परता से जान-माल की हानि में उल्लेखनीय कमी आई है। हर सेकंड कीमती होता है, और सही समय पर सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई से जानें बचाई जा रही हैं।
फायर स्टेशन की स्थापना में हुई वृद्धि से राहत कार्यों में तेजी आई है। फिलहाल जिले में 7 फायर स्टेशन सक्रिय हैं, जिनमें भेलूपुर, चेतगंज, कोतवाली और श्री काशी विश्वनाथ धाम शहरी क्षेत्र में स्थित हैं। पिंडरा तहसील में एक स्थाई स्टेशन है जबकि रोहनिया और चोलापुर में अस्थाई तौर पर स्टेशन संचालित किए जा रहे हैं।
ग्रामीण इलाकों के लिए भी राहत योजनाएं बनाई जा रही हैं। राजातालाब खजूरी में नया फायर स्टेशन स्वीकृत हो चुका है, जबकि कुरु और सारनाथ में प्रस्तावित हैं। आगजनी की घटनाओं में विभाग की सतर्कता और तेज प्रतिक्रिया अब आम जनता की सुरक्षा का भरोसेमंद आधार बन रही है।