वाराणसी
दवा कारोबारी की आत्महत्या मामले में दो व्यापारियों पर मुकदमा दर्ज

70 लाख बना मौत की वजह
वाराणसी के सिगरा क्षेत्र स्थित होटल में 12 मार्च को प्रयागराज के दवा व्यवसायी अंकित अग्रवाल का शव मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण विषाक्त पदार्थ का सेवन बताया गया। अब मृतक के साले हिमांशु अग्रवाल की तहरीर पर प्रयागराज के दो दवा कारोबारियों—अमित और विजय—के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
हिमांशु अग्रवाल के अनुसार, अमित और विजय ने अंकित से 60 से 70 लाख रुपये की दवा उधार ली थी, लेकिन लंबे समय से पैसा लौटाने में टालमटोल कर रहे थे। इसी लेन-देन को लेकर मानसिक प्रताड़ना के चलते अंकित ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
सुसाइड नोट में किया बड़ा खुलासा
मृतक अंकित अग्रवाल ने अपनी मौत से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर अमित और विजय द्वारा की जा रही प्रताड़ना का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि व्यापार में लिए गए 70 लाख रुपये वापस न मिलने के कारण वे मानसिक तनाव में थे और इस दबाव ने उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया।
वाराणसी बुलाकर भी नहीं लौटाए पैसे
हिमांशु के अनुसार, दोनों आरोपियों ने अंकित को पैसा देने के बहाने वाराणसी बुलाया था। 10 मार्च को अंकित वाराणसी पहुंचे और होटल राजकमल में रुके। उन्होंने अपनी पत्नी को फोन पर बताया कि अभी तक अमित ने पैसे नहीं दिए हैं। 11 मार्च को अंकित ने गाजीपुर जाने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद से उनका फोन स्विच ऑफ हो गया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
सिगरा थाने के इंस्पेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि मृतक के साले हिमांशु की तहरीर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 120B (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।