गाजीपुर
खनन माफियाओं की नहीं चलेगी मनमानी: उपजिलाधिकारी

खनन माफियाओं पर प्रशासन सख्त, रातों-रात रुकवाया गया अवैध खुदाई का काम
गाजीपुर | जिले के भांवरकोल क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन का धंधा लगातार फल-फूल रहा है। जेसीबी मशीनों के ज़रिए दिन-रात बिना अनुमति के मिट्टी की खुदाई कर खनन माफिया बेधड़क कारोबार कर रहे हैं। ताज़ा मामला मछटी चौकी के अंतर्गत नकटीकोल गांव का है, जहां एक बगीचे में 10 से 12 फीट गहरी खुदाई कर मिट्टी जेसीबी से काटी जा रही थी। यह मिट्टी चार से पाँच ट्रैक्टरों द्वारा प्रतिदिन गांव में 1000 प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से बेची जा रही थी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, रात 8 बजे इस अवैध खनन की सूचना थाना भांवरकोल और जिला खनन अधिकारी गाज़ीपुर को दी गई, लेकिन दोनों अधिकारियों ने एक-दूसरे को सूचित करने की बात कह कर मामले को टाल दिया। इसी बीच एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रतिनिधि ने तत्परता दिखाते हुए उपजिलाधिकारी मोहम्मदाबाद हर्षिता तिवारी को इस अवैध खनन की जानकारी दी।
सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर खनन कार्य को रुकवा दिया और माफियाओं को वहां से खदेड़ दिया। मीडिया से बातचीत में उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी ने बताया, “मैंने रात में ही खुदाई रुकवाई है। इसकी जांच कराकर जल्द ही कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के समीप पखनपुरा क्षेत्र में सरकार द्वारा अधिग्रहीत की जा रही ज़मीन से भी खनन माफिया अवैध रूप से मिट्टी की खुदाई कर रहे हैं। इसके अलावा रानीपुर, मछटी, महेशपुर, शेरपुर, अवथही और सोनाडी जैसे गांवों में भी बिना अनुमति खनन कार्य जोरों पर है, जिसमें स्थानीय पुलिस की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है।
क्षेत्र में तेज-तर्रार और ईमानदार छवि की उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी की सक्रियता से अब खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है। देखना होगा कि आगे प्रशासन की यह सख्ती कितनी दूर तक असर दिखाती है।