वाराणसी
काशी की पहली बारिश में फेल हुई मोदी–योगी सरकार की विकास की तस्वीर : अजय राय

वाराणसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि काशी में पहली ही बारिश ने मोदी–योगी सरकार के विकास के सारे दावों की पोल खोल दी है। पहली बारिश में ही काशी की सड़कों पर विकास तैरता नजर आया। उन्होंने कहा कि मोदी–योगी सरकार ने काशी को प्रयोगशाला बना दिया है जहां चारों ओर अव्यवस्था का अंबार लगा हुआ है। स्थिति इतनी खराब हो गई है कि बिना भौतिक जानकारी के काशी को बर्बाद किया जा रहा है।
अजय राय ने कहा कि रोपवे के नाम पर गिरजाघर से लेकर गोदौलिया तक आमजनजीवन अस्त-व्यस्त है। दुकानदारों की कमाई खत्म हो गई है और सरकार को नालों की भी जानकारी नहीं रही। उन्होंने रोपवे योजना को लूटवे योजना बताया। उन्होंने कहा कि काशी की सड़कों पर पानी का अंबार इस बात को पुख्ता करता है कि काशी के सांसद, जनप्रतिनिधि और ट्रिपल इंजन की सरकार के सारे दावे फेल हो चुके हैं।
अजय राय ने कहा कि काशी पुरातन संस्कृति का जीवंत शहर है। यहां विकास कार्य भौतिक जानकारी के आधार पर होना चाहिए लेकिन इस सरकार को काशी से ज्यादा अपनी मार्केटिंग की चिंता है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने के कारण सड़कों, गलियों, कॉलोनियों और दुकानों में भारी जलभराव हो गया है। कई बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर घुटनों तक पानी भर गया है।
उन्होंने कहा कि सड़कों पर कीचड़, फिसलन और बदबू से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। जलभराव से सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। पहले से जर्जर सड़कें और भी खराब हो चुकी हैं। सड़कों के धंसने और आवागमन के दौरान लोगों के गिरने व चोटिल होने की खबरें आम हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मोदी–योगी सरकार हजारों करोड़ रुपये खर्च कर विकास की बात करती है लेकिन बारिश होते ही व्यापक जलभराव की समस्या खड़ी हो जाती है। यदि सरकार सीवर, ड्रेनेज की सफाई और जलनिकासी की सही व्यवस्था कर देती तो हालात इतने खराब नहीं होते। सफाई का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। शहर साफ नहीं हुआ, रुपया साफ हो गया और झूठे विकास का ढिंढोरा पीटा गया।
अजय राय ने कहा कि मेरा काशी के जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि मोदी जी को बारिश के समय काशी की गलियों, सड़कों, कॉलोनियों और सार्वजनिक जगहों पर जरूर घुमाएं। इससे तस्वीरें पोस्ट करने के बजाय काशी की असली तस्वीर बदल सकती है। मोदी जी को अपने संसदीय क्षेत्र में बारिश के समय आकर देखना चाहिए ताकि उन्हें विकास की सच्चाई पता चल सके।
उन्होंने अंत में कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार को काशी में फैली अव्यवस्था पर अपनी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए और काशी को प्रयोगशाला बनाना बंद करना चाहिए।