वाराणसी
17 मार्च को किसान हसुआ , खूरपी एवं कुदाल लेकर ट्रैक्टर और बैलगाड़ी से हजारो की संख्या मे पहुचेगे जिला मुख्यालय
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी।आज मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से पीड़ित किसान सुबह 10 बजे से 12 बजे तक कन्नाडाडी डीहबाबा मंदिर एवं 12 बजे से 01 बजे तक पंचायत भवन के पास बैठक एवं विरोध प्रदर्शन मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना” की अध्यक्षता किये। मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के सह संयोजक डा सुरेन्द्र पटेल ने 17 मार्च को विकास प्राधिकरण कार्यालय के घेराव के दिन किसानी ठप कर प्राधिकरण कार्यालय के घेराव मे शामिल होने का प्रस्ताव रखा जिसको सर्वसम्मत से पास करते हुये किसानो ने निर्णय लिया कि 17 मार्च को किसान किसानी ठप कर अपने खेती का परंपरागत उपकरण हसुआ , खूरपी एवं कुदाल इत्यादि लेकर ट्रैक्टर और बैलगाड़ी से हजारो की संख्या मे पहुचेगे जिला मुख्यालय। किसान नेता विनय शंकर राय “मुना” ने कहा कि किसानो के मौलिक अधिकारो का शासन प्रशासन लगातार हनन कर रहा है, बिना अधिसूचना के कोई लैण्ड यूज परिवर्तित नही हो सकता लेकिन डिनोटिफीकेशन हेतु जिलाधिकार वाराणसी द्वारा 26/07/2021 के संस्तुति पत्र के जबाब मे अरूणेश कुमार द्विवेदी उप सचिव उत्तर प्रदेश शासन द्वारा टाउन प्लानिंग स्कीम लागू करने हेतु पहल की प्रक्रिया का पत्र वाराणसी प्रशासन को भेजना पूर्णतया गैरकानूनी एवं असंवैधानिक है , उक्त शासन प्रशासन के अवैधानिक कृत्यो से आजिज किसान सड़क पर उतरकर आर पार के संघर्ष का संकल्प लिया है , प्रशासन के अवैधानिक कृत्यो से आजिज आकर किसानो का सब्र का बाध अब टूट रहा है, जन सूचना अधिकार अधिनियम का खुला उलंघन कर विकास प्राधिकरण वाराणसी सूचना तक किसानो को नही उपलब्ध करा रहा है।
बैठक की अध्यक्षता विनय शंकर राय “मुन्ना” , संचालन मेवा पटेल एवं धन्यवाद डा सुरेन्द्र पटेल ने किया, बैठक मे
मुख्य रूप से मेवा पटेल, अमलेश पटेल , डा सुरेन्द्र पटेल, प्रेम शाह, दिनेश तिवारी, विजय गुप्ता, शम्भू, राजेश पाल , अशोक पटेल, विमला देवी , प्रेमावती, रन्नो, तुलसी, गीता, इनरावती, रविन्द्र पटेल , लोरीक पाल, शिव यादव, फूलचन्द गुप्ता, रामधनी मास्टर , अलगू गुप्ता, छोटे लाल पटेल, बबलू पटेल, बाले पटेल, पनारू पटेल, महेन्द्र पटेल, कमला पटेल, प्रेम पटेल, शोभनाथ पटेल , लाल चन्द पटेल, होरी लाल पटेल, सुखु पटेल,हनुमान पटेल, नारायण राम सहित इत्यादि किसान शामिल थे।