वाराणसी
वाराणसी में अब 12 मिनट में पहुंचेगी फायर ब्रिगेड, रिस्पांस टाइम में सुधार

आपात स्थिति में राहत का भरोसा, वाराणसी में 7 फायर स्टेशन कर रहे शानदार काम
वाराणसी। विकास की असली पहचान सड़कों और इमारतों से नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा से होती है। वाराणसी में तेजी से हुए अधोसंरचनात्मक विकास ने अब आपात स्थितियों में मदद को और सुलभ बना दिया है। फ्लाईओवरों का जाल, नई सड़कें, रिंग रोड और पार्किंग सुविधाओं के निर्माण से ट्रैफिक व्यवस्था सुधरी है और इसका सीधा लाभ अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं को मिल रहा है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने जानकारी दी कि वर्ष 2024 में जहां औसत रिस्पांस टाइम 17 मिनट था, वहीं 2025 में यह घटकर 12 मिनट रह गया है। उन्होंने बताया कि इस बदलाव में बेहतर सड़कों के साथ-साथ फायर स्टेशनों की रणनीतिक स्थापना की भी अहम भूमिका रही है।
फिलहाल वाराणसी में सात फायर स्टेशन कार्यरत हैं, जिनमें से दो अस्थायी हैं। भेलूपुर, चेतगंज, कोतवाली और श्री काशी विश्वनाथ धाम जैसे प्रमुख शहरी इलाकों में स्थायी फायर स्टेशन हैं, जबकि रोहनिया और चोलापुर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए अस्थायी स्टेशन स्थापित किए जाते हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा आपात सेवाओं को आधुनिक उपकरणों से लैस करने और तेज़ राहत कार्य के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह सुधार केवल तकनीकी नहीं, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।