गाजीपुर
होटल में अनैतिक गतिविधियों की आशंका को लेकर ग्रामीण आक्रोशित, प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप

गाजीपुर। जमानियां तहसील क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेसर गांव स्थित एक होटल को लेकर शुक्रवार को एक बार फिर विवाद गहराता नजर आया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उक्त होटल में अनैतिक गतिविधियाँ संचालित हो रही हैं, जिससे क्षेत्र का माहौल दूषित हो रहा है। घटना की सूचना डायल 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कोई आपत्तिजनक गतिविधि नहीं पायी गयी।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस होटल में रोजाना युवक-युवतियों की आवाजाही रहती है और यहां संदिग्ध गतिविधियाँ होती हैं। उनका कहना है कि होटल मुख्य सड़क पर स्थित होने के बावजूद न तो कोई नियमित जांच होती है और न ही कोई सख्त निगरानी रखी जाती है। इससे लोगों में प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “प्रशासनिक संरक्षण” के चलते यह अवैध कारोबार दोबारा शुरू हुआ है। ग्रामीणों ने याद दिलाया कि 10 सितंबर 2024 को तत्कालीन उपजिलाधिकारी द्वारा की गई छापेमारी में सात जोड़ों को पकड़ा गया था और होटल को तत्काल सील कर दिया गया था। लेकिन कुछ ही समय बाद यह होटल फिर से खुल गया और कथित गतिविधियाँ पुनः शुरू हो गईं।
ग्रामीणों ने मांग की है कि होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके। उनका कहना है कि जब तक फुटेज की जांच नहीं होगी, “दूध का दूध और पानी का पानी” नहीं हो पाएगा।
इस संबंध में जब निरीक्षक अरुण पांडेय से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर गई थी, लेकिन कोई आपत्तिजनक गतिविधि नहीं मिली। शिकायतकर्ता द्वारा कॉल 112 पर की गई थी, लेकिन उसके बाद कॉलर ने अपना फोन बंद कर लिया, जिससे स्थिति की गहराई से जांच करने में कठिनाई हुई।
बताया जा रहा है कि होटल की जांच एडीएम स्तर तक हो चुकी है, बावजूद इसके न तो इसे स्थायी रूप से बंद किया गया और न ही कोई कठोर कार्रवाई सामने आई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन शीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाता, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।