वाराणसी
*जांच से पूर्व 75 उपभोक्ताओं ने सरेंडर किया राशन कार्ड, छह लाख ग्राहकों की जांच की तैयारी*
वाराणसी : राशन कार्डों की जांच शुरू होने से पहले ही शहरी-ग्रामीण क्षेत्र के 75 उपभोक्ताओं ने पात्र गृहस्थी कार्ड (राशन कार्ड ) सरेंडर कर दिया है। कुछ और वापसी की तैयारी में हैं। पिछले दिनों जिला आपूर्ति अधिकारी की ओर से जिले के छह लाख उपभोक्ताओं से अपील की गई थी कि अगर वह तय मानक की जद में नहीं आते हैं तो अपना राशन कार्ड लौटा दें। ताकि पात्र को इसका लाभ मिल सके। वरना, जांच में पकड़े जाएंगे तो वसूली की कार्रवाई हो सकती है। इसके अलावा अन्य विधिक कार्रवाई भी संभव है।
अधिकारियों का कहना है कि पिछले कई माह से यह शिकायतें जिला आपूर्ति कार्यालय से लगायत जिलाधिकारी की जनसुनवाई तक पहुंच रही है कि अपात्र लोग राशन की दुकान से खाद्यान्न उठा रहे हैं। जबकि पात्रों का राशन कार्ड नहीं बन रहा है। समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली यानी आइजीआरएस पोर्टल पर भी दर्जनों गांवों से लोगों ने शिकायत कर रखी है कि अपात्र खाद्यान्न उठा रहे हैं। कुछ लोग चार पहिया वाहन पर बैठकर राशन की दुकान से खाद्यान्न ले आते हैं। यह भी शिकायत है कि कुछ दुकान से खाद्यान्न लेने के बाद बेच देते हैं। शासन ने इन शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए पूरे प्रदेश में राशन कार्ड की जांच का निर्देश जारी कर दिया है।
ये नहीं ले सकते हैं खाद्यान्न
राशन की दुकान से खाद्यान्न इनकम टैक्स जमा करने वाले नहीं ले सकते हैं। इसके अलावा सरकारी कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी समेत इससे ऊपर के सभी कर्मचारी अधिकारी भी खाद्यान्न पाने की जद में नहीं होंगे। दस हजार रुपये पेंशन पाने वाले भी राशन की दुकान से खाद्यान्न नहीं ले सकते हैं। इसके अलावा सांसद, विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी इसका लाभ नहीं ले सकते हैं। अगर घर पर आपके एसी व चार पहिया वाहन है तो भी आप सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान से राशन नहीं ले सकते हैं।
शासन ने जांच का आदेश दे दिया है
शासन ने जांच का आदेश दे दिया है। इस आशय का पत्र भी जिले को मिल गया है। गांव स्तर पर सचिव, लेखपाल व अमीन तथा शहरी क्षेत्र में नगर निगम, राजस्व व आपूर्ति विभाग के अधिकारी जांच करेंगे। जांच में जो भी अपात्र मिलेगा, राशन कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा। साथ वसूली समेत अन्य कार्रवाई भी होगी।
उमेश चंद्र मिश्रा, जिलापूर्ति अधिकारी