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सर्च ऑपरेशन में मोस्ट वांटेड नक्सल दंपती ढेर

छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश सीमा पर बुधवार को नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में ग्रेहाउंड्स ने दो मोस्ट वांटेड नक्सलियों गजराला रवि उर्फ उदय और उसकी पत्नी अरुणा को मार गिराया। मुठभेड़ आंध्र के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के देवपट्टनम जंगलों में हुई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ शीर्ष नक्सली जंगल में डेरा डाले हुए हैं। इसके बाद तलाशी अभियान के दौरान जब ग्रेहाउंड्स की टीम ने उन्हें सरेंडर करने को कहा, तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने तीन नक्सलियों को ढेर कर दिया।
मारे गए नक्सलियों में गजराला रवि, जो सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का सदस्य और आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोन कमेटी का सचिव था, शामिल है। उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 25 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। वहीं, उसकी पत्नी अरुणा, जो सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की सदस्य और स्पेशल जोन कमेटी में सक्रिय थी, मुठभेड़ में मारी गई। वह 2018 में आंध्र के विधायक किदारी सरवेश्वर राव और पूर्व विधायक सिवेरी सोमा की हत्या में भी शामिल थी। इस कार्रवाई में तीसरी महिला नक्सली की भी पहचान हुई है, जिसे अंजू बताया गया है, जो स्पेशल जोन एरिया कमेटी की सदस्य थी। मौके से तीन AK-47 राइफल भी बरामद की गई हैं।
इस मुठभेड़ के जरिए सुरक्षा बलों ने करीब 50 लाख के इनामी नक्सलियों को खत्म किया। खास बात यह रही कि इस बार तेलंगाना पुलिस की स्पेशल फोर्स ग्रेहाउंड्स ने नक्सल ऑपरेशन की कमान संभालते हुए बड़ी सफलता पाई।
दूसरी ओर, बीजापुर जिले के पेद्दाकोरमा गांव से मंगलवार को अगवा किए गए 12 ग्रामीणों को नक्सलियों ने पूछताछ के बाद देर रात जंगल में छोड़ दिया। इनमें से सात ग्रामीणों के साथ मारपीट की खबर सामने आई है। यह घटना तब हुई जब उसी गांव के तीन ग्रामीणों की हत्या नक्सलियों द्वारा कर दी गई थी, जिसके बाद अन्य ग्रामीणों को उठा लिया गया था।
इस ताजा कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़, आंध्र और तेलंगाना की संयुक्त रणनीति नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक बढ़त बना रही है। इंटर स्टेट कोऑर्डिनेशन और खुफिया सूचनाओं के बेहतर आदान-प्रदान ने इस सफलता को संभव बनाया है।