मऊ
शिक्षकों की कमी पर स्थायी भर्ती की मांग
मऊ (जयदेश)। घोसी के सांसद राजीव राय ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान नवोदय और केंद्रीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों में कई शिक्षकों के पद लंबे समय से रिक्त हैं, जिसके कारण इन प्रतिष्ठित संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
शिक्षकों की कमी की वजह से विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन और सहायता नहीं मिल पा रही है जो उनके शिक्षा और भविष्य के लिए जरूरी है।
इस समस्या का सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर हो रहा है।राजीव राय ने कहा कि वर्तमान में सरकार ने विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति का अधिकार दिया है, लेकिन इस व्यवस्था में कई समस्याएँ आ रही हैं। अक्सर प्रधानाचार्य अपनी पसंद और सुविधा के अनुसार अस्थायी शिक्षकों को नियुक्त करते हैं और जब उनका स्थानांतरण होता है तो नए प्रधानाचार्य अपनी पसंद के नए शिक्षकों को नियुक्त कर देते हैं।
इससे शिक्षकों का स्थायित्व नहीं बन पाता और विद्यार्थियों की शिक्षा पर नकारात्मक असर पड़ता है।उन्होंने सरकार से अपील की कि इस विषय पर शीघ्र कदम उठाए जाएं और केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। स्थायी नियुक्तियों से शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा जो विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।