वाराणसी
काशी विश्वनाथ धाम का दो किमी दायरा होगा मीट-मांस मुक्त

वाराणसी। काशी विश्वनाथ धाम के दो किलोमीटर के परिधि को पूरी तरह से मीट-मांस मुक्त बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। वाराणसी नगर निगम और खाद्य विभाग ने इस क्षेत्र में मौजूद मीट-मांस की दुकानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
जनवरी 2024 में पारित हुआ था प्रस्ताव
वाराणसी नगर निगम के मिनी सदन ने जनवरी 2024 में प्रस्ताव पारित किया था कि काशी विश्वनाथ धाम के 2 किमी के दायरे में मीट और मांस की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित की जाएगी। यह निर्णय धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया।
नगर निगम और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने हाल ही में क्षेत्र में कई दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान मीट-मांस बेचने वाली दुकानों को सील कर दिया गया और मालिकों को चेतावनी दी गई कि वे इस क्षेत्र में भविष्य में ऐसे व्यवसाय न चलाएं।
काशी विश्वनाथ धाम हिंदुओं का प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस क्षेत्र को स्वच्छ और पवित्र बनाए रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह फैसला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
हालांकि, इस फैसले के बाद व्यापारियों में नाराजगी भी देखी जा रही है। कुछ दुकानदारों ने इसे अपनी आजीविका पर संकट बताया है और वैकल्पिक स्थानों की मांग की है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित व्यापारियों के लिए अन्य समाधान तलाशे जाएंगे।
प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों से इस निर्णय का समर्थन करने की अपील की है। साथ ही चेतावनी दी है कि आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस फैसले के क्रियान्वयन के बाद काशी विश्वनाथ धाम का क्षेत्र धार्मिक पर्यटन के लिए और अधिक आकर्षक और स्वच्छ बनने की उम्मीद है।