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IND vs ENG : भारत और इंग्लैंड के बीच वर्तमान श्रृंखला का पहला टेस्ट मैच कल से

नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की बहुप्रतीक्षित सीरीज की शुरुआत 20 जून से लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर होने जा रही है। भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान शुभमन गिल के सामने पहले ही मुकाबले में ऐतिहासिक जिम्मेदारी है, लेकिन आंकड़े इस बार भारतीय टीम के पक्ष में नहीं हैं। हेडिंग्ले मैदान पर भारत का पिछला रिकॉर्ड चिंता का कारण बन गया है।
1952 से अब तक भारतीय टीम इस मैदान पर कुल 7 टेस्ट मैच खेल चुकी है, जिसमें उसे महज दो में जीत मिली है, जबकि चार मुकाबलों में हार और एक ड्रॉ रहा है। भारत ने इस मैदान पर आखिरी बार 2002 में सौरव गांगुली की कप्तानी में जीत दर्ज की थी। उस मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को पारी और 46 रन से हराया था।
2002 के टेस्ट में राहुल द्रविड़ ने 148, सचिन तेंदुलकर ने 193 और गांगुली ने 128 रनों की शानदार पारियां खेलीं थीं। संजय बांगर ने भी उपयोगी 68 रन जोड़े थे। टीम इंडिया ने पहली पारी में 628/8 रन बनाकर घोषित की थी। इसके जवाब में इंग्लैंड दोनों पारियों में क्रमशः 273 और 309 रन पर सिमट गया था।

इससे पहले, जून 1986 में भारत ने कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड को हेडिंग्ले में 279 रनों से हराया था। उस मुकाबले में भी गेंदबाजों का जलवा देखने को मिला था। रोजर बिन्नी ने पहली पारी में पांच विकेट झटके थे, जबकि दूसरी पारी में मनिंदर सिंह ने चार विकेट झटके। उस समय भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 408 रन का लक्ष्य दिया था, लेकिन अंग्रेजी टीम दूसरी पारी में महज 128 रन पर सिमट गई।
अब एक बार फिर भारतीय टीम लीड्स के उसी मैदान पर इतिहास रचने की तैयारी में है, जहां उसका रिकॉर्ड उत्साहजनक नहीं रहा। शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम इंडिया इस बार आंकड़ों को धता बताकर नई कहानी लिखने के इरादे से उतरेगी। पहली बार टेस्ट कप्तानी कर रहे गिल के लिए यह परीक्षा की घड़ी होगी और यदि वे यहां जीत दर्ज करते हैं तो यह उनके करियर की सबसे शानदार शुरुआत मानी जाएगी।
टीम इंडिया की निगाहें सिर्फ एक जीत पर नहीं, बल्कि पूरे इंग्लैंड दौरे को अपने नाम करने पर होंगी। ऐसे में हेडिंग्ले में होने वाला पहला टेस्ट मैच इस सीरीज की दिशा तय कर सकता है। सभी की नजरें गिल ब्रिगेड पर टिकी हैं, क्या वे इतिहास को पलट पाएंगे?