वाराणसी
अस्सी नदी के पुनरुद्धार को लेकर उच्चस्तरीय बैठक संपन्न

IIT-BHU ने पेश की कार्य योजना
वाराणसी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अस्सी नदी के पुर्नस्थापन एवं जीर्णोद्धार को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का संचालन वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने किया। इस बैठक में आईआईटी (बीएचयू) के विशेषज्ञ डॉ. शिशिर गौड़ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े, जबकि प्रो. प्रभात कुमार सिंह, प्रो. अनुराग ओझा और प्रो. बाला नायडू भौतिक रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में डॉ. गुडाकेश शर्मा (अपर सचिव), सुभाष सिंह (अपर नगर आयुक्त), अमित ओमार (एसडीएम सदर), अनूप सिंह (अधिशासी अभियंता, जलकल विभाग), कमल सिंह (अधिशासी अभियंता, यूपी जल निगम), सीपी वर्मा (प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
उपाध्यक्ष ने अवगत कराया कि अस्सी नदी के पुर्नस्थापन हेतु एक कॉम्प्रिहेंसिव प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण और IIT-BHU के बीच एमओयू किया गया है। बैठक में प्रो. शिशिर गौड़ द्वारा अस्सी नदी के 8 किमी लंबे स्ट्रेच और उससे जुड़े छह तालाबों के कैचमेंट एरिया पर विस्तृत तकनीकी प्रस्तुतीकरण दिया गया।
IIT-BHU द्वारा यह भी बताया गया कि प्रयागराज, भदोही और वाराणसी के लगभग 160 किमी क्षेत्र में पैलिखो चैनल मौजूद है, जो अस्सी नदी के पुनर्जीवन में सहायक हो सकता है। सिंचाई विभाग को इस रिपोर्ट के आधार पर संशोधित डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए।
जल निगम के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया गया कि एसटीपी से ट्रिटमेंट के बाद निकलने वाले जल को अस्सी नदी में प्रवाहित करने की संभावना की जांच कर रिपोर्ट दें। सिंचाई विभाग, भदोही को भी निर्देशित किया गया कि वे IIT-BHU की टीम के साथ स्थल निरीक्षण कर यह जांच करें कि अधिशेष जल को किस प्रकार अस्सी नदी से जोड़ा जा सकता है।

नगर निगम को निर्देश दिया गया कि कैचमेंट एरिया में सफाई अभियान चलाकर कूड़ा हटाने की कार्रवाई पूरी करें और भविष्य में निरंतर सफाई सुनिश्चित करें। साथ ही नदी की डिसिल्टिंग कार्यवाही को प्राथमिकता पर पूरा किया जाए। स्थानीय निवासियों को जागरूक करने के लिए एक समर्पित टीम गठित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
एसडीएम सदर को निर्देशित किया गया कि राजस्व अभिलेखों में अस्सी नदी से संबंधित सभी प्रविष्टियों की जांच कर प्राथमिकता पर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।