मुम्बई
आरबीआई का तटस्थ रुख, दर कटौती की संभावना नहीं
मुंबई। वैश्विक अस्थिरता और महंगाई के जोखिम को देखते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्पष्ट किया कि मौद्रिक नीति का तटस्थ रुख अपनाने का यह मतलब नहीं है कि अगली बैठक में रेपो दर में कटौती होगी।
बुधवार को एक कार्यक्रम में गवर्नर ने बताया कि कई देशों में तनाव जलवायु परिवर्तन और कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे कारक महंगाई के लिए चुनौतीपूर्ण हैं। ऐसे में किसी भी कदम को बेहद सतर्कता से उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अक्तूबर में खुदरा महंगाई के और बढ़ने की संभावना है जो सितंबर के 5.5% से अधिक हो सकती है। आरबीआई ने पिछले दो वर्षों से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
हालांकि अक्तूबर की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में तटस्थ रुख अपनाने के बाद दरों में कटौती की संभावनाओं को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं।