धर्म-कर्म
धनतेरस पर 5 रुपये का ये उपाय, जगा देगा आपका सोया हुआ भाग्य
दिवाली के दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरी समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन भगवान धन्वंतरी और मां लक्ष्मी जी की आराधना विधि-विधान से की जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाई जाती है। इस दिन सोने-चांदी के आभूषण, पीतल के बर्तन एवं अन्य चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से भी जातकों को बेहद लाभ प्राप्त होता है।
धनतेरस पर धनिया लाना बेहद शुभ होता है। इसे धन की वृद्धि की प्रतीक माना जाता है। धनतेरस के दिन 5 रुपये के धनिया के साबुत दाने खरीदकर मां लक्ष्मी जी को अर्पित करें और कुछ दानों को बो देना चाहिए। माना जाता है कि इसको बोने पर अगर धनिया के पौधे निकलते हैं तो यह माना जाता है कि वर्षभर आपके घर पर मां लक्ष्मी जी का आशीर्वाद बना रहेगा।
यदि आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं और कर्ज से मुक्त होना चाहते हैं, तो धनतेरस के दिन 5 रुपये के दीपक लाकर, घर के बाहर दीपमाला बनाकर जलाएं। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। उल्लू मां लक्ष्मी का वाहन होता है। उल्लू की तस्वीर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। ऐसे में घर में जहां भी आप पैसे रखते हों या घर की तिजोरी में धनतेरस वाले दिन उल्लू की तस्वीर लगाएं। इससे धन का आगमन बढ़ता है और घर में बरकत आती है। धनतेरस की पूजा के समय मां लक्ष्मी को बताशे का भोग लगाएं। इससे आपके ऊपर लक्ष्मी मां की कृपा होगी और जीवनभर धन-धान्य के भंडार सदा भरे रहेंगे।
धार्मिक मान्यता है कि झाड़ू मां लक्ष्मी जी का रूप है। इसलिए धनतेरस पर इसे खरीदकर घर लाना स्वयं मां लक्ष्मी जी को घर पर लाने जैसा है। धनतेरस के दिन जिस भी घर में मां लक्ष्मी जी का प्रवेश होता है, उसे जीवनभर धन की कमी नहीं रहती है। उस जातक के धन-धान्य के भंडार हमेशा बने रहते हैं। इस दिन आप किसी गरीब को झाड़ू का दान भी कर सकते हैं।