मिर्ज़ापुर
थाना दिवस पर अधिकारियों की गैरमौजूदगी से फरियादी निराश

मड़िहान (मिर्जापुर)। आम जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए आयोजित थाना दिवस पर अधिकारियों की लापरवाही से फरियादियों में असंतोष व्याप्त है। शनिवार को मड़िहान थाने पर आयोजित थाना दिवस पर राजस्व विभाग के नोडल अधिकारी की गैरमौजूदगी के कारण राजस्व संबंधित मामलों का निस्तारण अधूरा रह गया।
फरियादियों ने कहा कि सरकार ने थाना दिवस का आयोजन जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के उद्देश्य से शुरू किया था, लेकिन अधिकारियों की गैरजिम्मेदाराना रवैया इसे मजाक बना रहा है। थाने पर पहुंचे अधिकतर फरियादी राजस्व से जुड़े मामलों को लेकर आए थे, लेकिन नोडल अधिकारी की गैरमौजूदगी से उनकी समस्याएं नहीं सुलझ सकीं।
पुलिस के पास सीमित अधिकार
राजस्व संबंधित मामलों में पुलिस की भूमिका सीमित होती है, जिससे बिना नोडल अधिकारी के फरियादियों को राहत नहीं मिल सकी। फरियादियों ने कहा कि थाना दिवस का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब सभी जिम्मेदार अधिकारी समय पर मौजूद रहें।
उपजिलाधिकारी मड़िहान युगांतर त्रिपाठी ने कहा, “सेड्यूल के अनुसार इस बार मुख्य विकास अधिकारी की उपस्थिति अपेक्षित थी। कार्यालय से किसी नोडल अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई होगी। लेखपालों की फार्मर रजिस्ट्री कराने में व्यस्तता के कारण थोड़ी अनियमितता देखी गई है, जिसे जल्द सुधार लिया जाएगा।”
थाना दिवस पर पुलिस अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, और लेखपाल तो मौजूद थे, लेकिन नोडल अधिकारी की अनुपस्थिति ने कार्यक्रम को अधूरा बना दिया। वहीं, फरियादियों का कहना है कि यदि भविष्य में भी ऐसी लापरवाहियां जारी रहीं, तो थाना दिवस अपनी प्रासंगिकता खो देगा।