मिर्ज़ापुर
मीरजापुर : टीबी मुक्त यूपी के लिए व्यापक अभियान जारी

टीबी से बचाव और इलाज पर जोर, उच्च जोखिम वाले समूहों की हो रही पहचान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश भर में 100 दिवसीय सघन टीबी उन्मूलन अभियान तेज गति से चल रहा है। 7 दिसंबर से शुरू हुए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश को टीबी मुक्त बनाना है। मीरजापुर जिले में इस अभियान के तहत 2,06,435 लोगों में से 1,445 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।
टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग और उपचार
जिले के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार ओझा ने बताया कि अब तक 230 निक्षय शिविरों का आयोजन कर टीबी मरीजों की पहचान और जागरूकता के लिए कार्य किया गया है। इन शिविरों में संभावित लक्षणों के आधार पर 1,445 लोगों की जांच की गई।
इसके अलावा, 1,280 निक्षय मित्रों द्वारा 2,800 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। इन मरीजों को बेहतर पोषण और देखभाल सुनिश्चित करने के लिए अब तक 3,698 पोषण पोटलियां वितरित की गई हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी का बयान
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों में यह अभियान व्यापक रूप से संचालित हो रहा है। अभियान के दौरान जनजागरूकता फैलाने के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
डॉ. सी.एल वर्मा ने कहा, “टीबी उन्मूलन के इस प्रयास में मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता साफ झलकती है। यह अभियान निश्चित रूप से प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।”
उच्च जोखिम वाले समूह
टीबी से बचाव और इलाज के लिए उच्च जोखिम वाले समूहों की पहचान करना बेहद जरूरी है। इनमें शामिल हैं:
60 साल से अधिक आयु के लोग
डायबिटीज और एचआईवी के मरीज
धूम्रपान और नशे का सेवन करने वाले लोग
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को लंबे समय से खांसी, बुखार, वजन कम होना, या थकावट जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो वे तुरंत जांच कराएं। समय पर इलाज से टीबी पूरी तरह ठीक हो सकती है।
प्रदेश में उम्मीद की नई किरण
इस 100 दिवसीय अभियान के जरिए टीबी मरीजों का उपचार सुनिश्चित करने के साथ-साथ समाज में टीबी को लेकर फैले मिथकों को भी दूर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के इस अभियान के अंतर्गत हर व्यक्ति को सशक्त और स्वस्थ बनाने की दिशा में सरकार प्रतिबद्ध है।