वाराणसी
काशी के धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा ,सुधरेंगे पावन पथ शासन से 33 करोड़ का बजट पास
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी :- धर्म नगरी काशी का यूं तो पहले से ही दुनिया के पर्यटन मानचित्र में विशेष स्थान रहा है। लेकिन जिस तरह से गत 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया, काशी के धार्मिक पर्यटन उद्योग को गजब का उछाल मिला। अब उस कड़ी को आगे बढ़ाने का निर्णय यूपी की योगी आदितयनाथ सरकार ने लिया है। इसके लिए 33.56 करोड़ का बजट भी मंजूर हो गया है। तो जानते हैं कि इतनी बड़ी राशि से क्या-क्या होगा |
काशी के धार्मिक स्थलो को मिलेगी नई पहचान –
पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव के अनुसार, पावन पथ प्रोजेक्ट को शासन से मंजूरी मिल गई है। अब इसके तहत काशी के तमाम धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार होगा। मंदिरों और पौराणिक कुंडों तक आने-जाने के मार्ग को दुरुस्त किया जाएगा। उन्हें नई पहचान मिलेगी। ऐसे कई धार्मिक स्थल काशी में हैं जहां तक पर्यटकों का पहुंच पाना मुश्किल होता है या वो जानते ही नहीं, अब इस नए प्रोजेक्ट से उन सभी स्थलों के बारे में हर पर्टयक को जानकारी सुलभ हो सकेगी।
नव दुर्गा, नव गौरी यात्रा, काशी के चार धाम, विष्णु यात्रा, द्वादश आदित्य यात्रा, भैरव यात्रा के पावन पथ होंगे सुगम |
नए प्रोजेक्ट के तहत अष्ट विनायक यात्रा, नव दुर्गा, नव गौरी, द्वादश ज्योतिर्लिंग, काशी के चार धाम यात्रा, विष्णु यात्रा, द्वादश आदित्य यात्रा, भैरव यात्रा के पावन पत्र सुगम होंगे। इसके तहत नव दुर्गा यात्रा के लिए 5.04 करोड़, अष्ट विनायक व द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा मार्ग के लिए 7.20 करोड़, काशी के चार धाम, यात्रा, विष्णु यात्रा और द्वादश आदित्य यात्रा के लिए 6.76 करोड़, भैरव यात्रा व नव गौरी यात्रा के लिए 5.32 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
इन सभी मंदिरों का जीर्णद्धार कर बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं –
नए प्रोजेकट के तहत इन सभी मंदिरों का जीर्णोद्धार होगा, यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मंदिरों तक के पहुंच मार्गों को व्यवस्थित किया जाएगा। मार्ग की मरम्मत होगी साथ ही पथ प्रकाश की समुचित व्यवस्था होगी।
क्यूआर कोड से मिलेगी पूरी जानकारी –
प्रोजेक्ट के तहत प्रमुख मंदिरो तक पहुंचने के मार्गों की सटीक जानकारी के लिए रास्तों व मंदिरों क्यूआर कोड लगाए जाएंगे जिनसे तीर्थ यात्रियों को सुविधा होगी। वो किसी खास मंदिर के बारे में जानकारी चाहता है तो परिसर में लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर सारी जानकारी हासिल कर सकेंगे। यही नहीं इन मंदिरों के मार्गं पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर समूचे पावन पथ की जानकारी मोबाइल पर ही मिल जाएगी।