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मिर्ज़ापुर

पीडियाट्रिक टीबी रोकथाम पर प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न

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मिर्जापुर। बच्चों में टीबी (क्षयरोग) की रोकथाम और उपचार के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन जिला क्षय रोग कार्यालय के नेतृत्व और वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स के सहयोग से किया गया।

कार्यशाला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के मेडिकल अधिकारियों और निजी बाल रोग विशेषज्ञों को बच्चों में टीबी की जांच और उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में जिला चिकित्सालय के डॉक्टर पंकज पांडेय और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर अक्षय दयाल यादव ने पीडियाट्रिक टीबी की पहचान, लक्षण और उपचार पर विस्तृत जानकारी दी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने किया संबोधित
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार ओझा ने की। उन्होंने कहा, “बच्चों में टीबी के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। समय पर रोग की पहचान से न केवल इसके फैलाव को रोका जा सकता है, बल्कि रोगी बच्चों के जीवन को भी सुरक्षित किया जा सकता है।” उन्होंने यह भी बताया कि टीबी का उपचार सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है।

डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट का सुझाव
डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डॉक्टर गायत्री ने कहा कि बच्चों में टीबी के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। यह जांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला चिकित्सालय और जिला क्षय रोग केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है। इससे रोगियों की जल्द पहचान कर उनका सफल इलाज सुनिश्चित किया जा सकता है।

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कार्यशाला में जिला क्षय रोग कार्यालय से शंध्या गुप्ता, सतीश शंकर यादव, दुर्गेश कुमार रावत और अखिलेश कुमार पांडेय तथा वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स से धनंजय प्रसाद और आलोक कुमार ने भाग लिया।

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