वाराणसी
एचआईवी से यही बचाव, सुरक्षा से सम्पूर्ण सुरक्षा
काशी में संपूर्ण सुरक्षा केंद्र खुलने से एचआईवी मरीजों का बढ़ा हौसला
वाराणसी। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत सम्पूर्ण सुरक्षा केन्द्र विभाग द्वारा “सुरक्षा से सम्पूर्ण सुरक्षा तक- HIV Negative “At-risk Clients” विषय पर एडवोकेसी कार्यशाला का आयोजन एसएसपीजी मण्डलीय जिला चिकित्सालय सभागार में आयोजित किया गया। इस कार्यशाला का उदघाटन एसएसपीजी मण्डलीय जिला चिकित्सालय के *मण्डलीय अपर निदेशक/प्रमुख अधीक्षक डॉ एस पी सिंह* ने किया|
मण्डलीय अपर निदेशक ने कार्यशाला में बोलते हुये कहा कि जनपद में एड्स के रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए प्रदेश के 26 जिलों सहित काशी में भी संपूर्ण सुरक्षा केंद्र की शुरुआत की गई है, ऐसे में एचआईवी मरीजों का हौसला बढ़ा है, जहां उनको बेहतर इलाज और दवायें भी दी जा रही हैं। जिसमें पति अगर एचआइवी पाजिटिव है और पत्नी को कुछ नहीं हुआ है। तो ऐसे में उनकी काउंसलिंग व जाँच कराने के साथ ही उचित परामर्श भी दिया जाता है।
*जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय* ने बताया कि एचआइवी के इलाज में काशी को माडल जिला बनाये जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तत्परता से काम कर रहा है। इसी के मद्देनजर यूपी के 26 जिलों में वाराणसी को भी शामिल किया गया है। सम्पूर्ण सुरक्षा केंद्र में दो परामर्शदाता, एक लैब टेकनीशियन, एक सम्पूर्ण सुरक्षा मैनेजर तथा दो आउटरीच वर्कर की नियुक्ति की गई है| यहाँ हर महीने लगभग 1100 मरीज आते हैं जहाँ उन्हें परामर्श दिया जाता है, पिछले तीन महीने में लगभग 3300 मरीज आये, जिसमें से 28 एचआईवी पॉजिटिव पाये गये| जिनका इलाज एआरटी सेंटर में चल रहा है| अकसर सामाजिक संकोच के कारण एड्स पीड़ितों में बहुत से सामने नहीं आते और दर्द सहते रहते हैं। इसलिए जांच का दायरा बढ़ाते हुए कांटेक्ट ट्रेसिंग पर अब अधिक जोर दिया जा रहा है। आइसीटीसी में ही संपूर्ण सुरक्षा केंद्र (एसएसके) खोलने से निश्चित ही एड्स पर काफी हद तक लगाम लगा है। एसएसपीजी मंडलीय जिला चिकित्सालय, कबीर चौरा स्थित आइसीटीसी सेंटर में खुले एसएसके केंद्र में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक सैंपल एकत्र करने के बाद जाँच की जाती है। कार्यशाला में जनपद में लगने वाले तीन छोटे कैम्प और एक मेगा कैम्प के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा भी की गई| अंत में कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को सर्टीफिकेट देकर सम्मानित भी किया गया|
कार्यशाला में सम्पूर्ण सुरक्षा केंद्र के प्रभारी डॉ मुकुन्द श्रीवास्तव, डॉ अंजन श्रीवास्तव, डॉ संजीव सिंह, डॉ जमालुद्दीन,शहरी क्षेत्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, मनीष कुमार सिंह मंडल कार्यक्रम प्रबंधक (एचआईवी/एड्स) दिशा क्लस्टर, वाराणसी, फार्मासिस्ट, बीएचयू एआरटी सेंटर के कर्मचारी, पं. दीं दयाल उपाध्याय एआरटी सेंटर के कर्मचारी, एसएसके टीम के सदस्य, एसटीआई काउंसलर, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग तथा नेहरू युवा केन्द्र के कर्मचारी उपस्थित रहे|