गाजीपुर
सीएचसी भदौरा में स्टाफ की कमी, मरीज हो रहे परेशान
गाजीपुर। जनपद के सेवराई तहसील क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भदौरा में स्टाफ नर्स और एएनएम की कमी के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर प्रसव पीड़ित महिलाएं समय पर इलाज न मिलने के कारण अस्पताल से निराश होकर लौटने पर मजबूर हो रही हैं।
सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई हैं। बावजूद इसके, कर्मचारियों की कमी और अधिकारियों की उदासीनता के चलते मरीजों को इन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इलाज के अभाव में निजी नर्सिंग होम की ओर रुख
भदौरा सीएचसी पर इलाज के लिए आई कई महिलाओं को स्टाफ नर्स और एएनएम की अनुपस्थिति के कारण बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा। लंबे इंतजार के बावजूद इलाज न मिलने पर कई मरीजों को मजबूरी में निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ा।
केवल एक डॉक्टर, प्रशासनिक कार्य का दबाव
भदौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फिलहाल केवल एक चिकित्सक तैनात हैं, जो प्रशासनिक कार्यों के दबाव के कारण मरीजों को समय नहीं दे पा रहे हैं। इस कारण मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है और कई बार इलाज न मिलने के कारण उन्हें निराश लौटना पड़ता है।
गाजीपुर के सीएमओ, डॉ. सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि स्टाफ नर्स और एएनएम की कमी के कारण यह समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही इनकी तैनाती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
हालांकि, यह सवाल बरकरार है कि जब सरकार स्वास्थ्य सेवाओं पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, तो कर्मचारियों की तैनाती में इतनी देरी क्यों हो रही है? मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सरकार को त्वरित कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, स्थानीय लोग और मरीज सरकार से मांग कर रहे हैं कि सीएचसी भदौरा में जल्द से जल्द स्टाफ नर्स और एएनएम की तैनाती हो ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को समय पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।