वाराणसी
विद्युत पेंशनरों ने बुलंद की आवाज- कैशलेस चिकित्सा का शीघ्र मिले लाभ
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी| राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनयर्स संगठन उ०प्र० पेंशन प्रकोष्ठ पूर्वांचल का अष्टम वार्षिक महाधिवेशन आज पूरी भव्यता के साथ स्थानीय सगुन लॉन में सम्पन्न हुआ। दो सत्रों में चले महाधिवेशन के खुले सत्र का उद्घाटन पूर्वाचल से आये बड़ी संख्या में पेंशनरों, पारिवारिक पेंशनरों, वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों की भारी संख्या में उपस्थिति के बीच पूर्वान्ह 11.00 बजे मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शक्ति संदेश स्मारिका एवं चिकित्सा प्रतिपूर्ति निर्देशिका (निगमादेश) के विमोचन के उपरान्त पेंशन प्रकोष्ठ पूर्वाचल के सचिव ई० एस०एल०आर० गुप्ता द्वारा 25 सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया गया। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखते हुए मांगों का समर्थन किया। वक्ताओं ने जोरदार ढंग से कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था को तत्काल लागू करने की मांग की। कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिये जाने, चिकित्सा भत्ता बढाने एवं इसके नियमित भुगतान तथा अन्य सभी प्रकार के बकायों का शीघ्र भुगतान किये जाने की प्रमुखता से मांग उठायी गयी। 01 जनवरी 2006 से पूर्व अधीक्षण अभियन्ता के वेतनमान से सेवानिवृत्त अवर अभियन्ताओं / प्रोन्नत अभियन्ताओं को न्यूनतम पेंशन का लाभ 01 जनवरी, 2006 से दिये जाने हेतु प्रबंधन का ध्यान आकर्षित किया गया। इसके अतिरिक्त पूर्ण पेंशन की स्थापना 10 वर्ष में
करने एवं आश्रित बच्चों की चिकित्सा एवं पेंशन सुविधा हेतु निर्धारित आयु सीमा में वृद्धि कर 35 वर्ष करने, सेवानिवृत्ति के समय देय अवकाश नकदीकरण को आयकर मुक्त करने पेंशन / फेमिली पेंशन की शत-प्रतिशत जब्ती के आदेशों को वापस लेने, पेंशन को आयकर मुक्त करने, असक्त और पीड़ित वरिष्ठ नागरिकों हेतु नगरों में मूलभूत सुविधाओं से युक्त ओल्डएज होम बनवाने एवं सरकार द्वारा इनका संचालन करने की व्यवस्था करने, जून में सेवानिवृत्त होने वाले कार्मिकों को पेंशन निर्धारण में एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ देने, रेलवे की भांति रोड़वेज एवं हवाई परिवहन सेवाओं में वरिष्ठ नागरिकों को पर्याप्त छूट एवं अन्य सुविधाय देने की मांग उठायी गयी। मांगों के शीघ्र निस्तारण हेतु आवश्यक कार्यवाही किये जाने का माननीय मुख्य अतिथि ने भरोसा दिलाया। पुरानी पेंशन व्यस्था लागू करने की भी मांग की गयी।
अपरान्ह सम्मेलन के अंतरंग सत्र में सचिव द्वारा विगत सत्र में किये गये कार्यो का विवरण प्रतिवेदन के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिस पर गहन विचार-विमर्श हुआ। सभी पेंशनरों से एकताबद्ध एवं संगठित रहने की अपील की गयी। वित्त सचिव इं० जय सिंह एवं लेखानिरीक्षक इं० श्याम नारायण मौर्य द्वारा अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। सम्मेलन में वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्रम एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया गया। सम्मेलन सांय काल 6.00 बजे राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ।