वाराणसी
वाहन चेकिंग के दौरान चुनाव आयोग और अधिकारियों पर बिफरें अजय राय
वाराणसी। लोहता थाना क्षेत्र के सिटकहावा बाबा मंदिर के पास करौता में बुधवार की शाम कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय की गाड़ी को पुलिस और मजिस्ट्रेट ने रोककर गहनता से जांच किया। जिसको लेकर समर्थकों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई।
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय बुधवार की शाम चुनाव प्रचार से वापस शहर की तरफ जा रहे थे। जब उनका काफिला सिटकहावा बाबा मंदिर के पास करौता पहुंचा तो वहां पहले से मजिस्ट्रेट अरविंद रंजन पुलिस बल के साथ वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। सभी गाड़ियों को रोककर गहनता से चेकिंग शुरू किया। जिसको लेकर नोकझोंक भी हुआ।
मजिस्ट्रेट अरविंद रंजन ने बताया कि, “गाड़ी से कोई भी आपत्तिजनक/संदिग्ध सामान नहीं मिला है। पूरी चेकिंग की वीडियोग्राफी कराई गई है।”
वहीं इस अनुभव का वीडियो अजय राय ने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, “अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में चुनाव प्रचार में भ्रमण के दौरान करौता में मेरी गाड़ियों को रोक कर चेकिंग की गई। चुनाव आयोग के किसी अधिकारी बंधु ने बारी-बारी से मेरी सभी गाड़ियों की तलाशी ली। मगर, उनके हाथ कुछ नहीं लगा। आप सब खुद देखिए! आखिर क्यों हुई ये चेकिंग ? क्या बिना वजह बताए चुनाव में किसी प्रत्याशी के गाड़ी की चेकिंग की जा सकती है? अपनी हार को सामने देखकर भाजपा बौखला गई है। इसीलिए, ऐसी हरकतें कर रही है।
एक ओर काशी में प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े पोस्टर्स चुनाव आयोग के नियम को आँखें दिखा रहे हैं तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री की रैलियों ने जनता की नाक में दम कर दिया है। मगर, वो सब चुनाव आयोग को नजर नहीं आ रहा है।खैर! चुनाव आयोग को भले न नजर आए मगर जनता सब देख रही है और जल्दी ही वो इन सबका जवाब देगी।प्रवासी जी! आप चाहे जितने जतन कर लें पर आपका विदा होना तो तय है।”