वाराणसी
रामनगर किले के दरवाजे से टकराया अनियंत्रित ऑटो
वाराणसी के रामनगर किले में रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब नशे में धुत एक टेम्पो (ऑटो रिक्शा) चालक ने ऐतिहासिक लाल दरवाजे में जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में करीब 35 फीट ऊंचे इस ऐतिहासिक प्रवेश द्वार का एक पल्ला उखड़ गया। गनीमत रही कि दरवाजा जमीन पर नहीं गिरा वरना बड़ा नुकसान हो सकता था। मिली जानकारी के मुताबिक यह गेट लगभग 200 साल पुराना है।
घटना रामनगर थाना क्षेत्र के कबीरपुर निवासी टेम्पो चालक रामबली के साथ हुई, जो नशे में धुत होकर लंका की ओर जा रहा था। अंधेरे में उसने रामनगर किले को सामने घाट का पुल समझ लिया और सीधे किले के मुख्य द्वार से जा टकराया। टक्कर इतनी तेज थी कि किले का विशाल दरवाजा झूल गया। हादसे में चालक को हल्की चोटें आईं जिससे उसका नशा भी उतर गया।
टक्कर की तेज आवाज सुनकर किले की सुरक्षा में तैनात पीएसी के जवान और गार्ड तुरंत मौके पर पहुंचे। किले के सुरक्षा प्रभारी कैप्टन राजेश शर्मा को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी चालक को हिरासत में ले लिया।
काशीराज परिवार के अनंत नारायण सिंह को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने किला के सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार शर्मा को बोलकर चालक को मय ऑटो छुड़वा दिए और किसी तरह की कानूनी कार्यवाही करने की शिकायत नहीं किए।
इस घटना के बाद रामनगर और आसपास के इलाकों में पूरे दिन लाल दरवाजे की क्षति को लेकर चर्चा होती रही। यह ऐतिहासिक दरवाजा वर्षों से काशी के गौरवशाली अतीत का प्रतीक रहा है। मुख्य दरवाजा लगभग दो सौ साल से भी ज्यादा पुराना है। मुख्य द्वार को साढ़े छब्बीस फुटवा दरवाजा कहा जाता हैं।