वाराणसी
पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में बंदूक लेकर पहुंची महिला

ज्वाइंट सीपी ने थानाध्यक्षों को लगाई फटकार
वाराणसी। जनपद में सोमवार को पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला लाइसेंसी बंदूक और 10 कारतूस लेकर पहुंची। महिला का कहना था कि चौबेपुर और शिवपुर थाने की पुलिस के साथ ही गन हाउस वाले बंदूक और कारतूस जमा नहीं कर रहे हैं। हम कहां जाएं और बंदूक-कारतूस किसे सौंपें।
यह सुनकर ज्वाइंट सीपी (मुख्यालय एवं अपराध) डॉ. के एजिलरसन ने शिवपुर और चौबेपुर थानाध्यक्ष को जमकर फटकार लगाई। असलहा और कारतूस फिलहाल चौबेपुर थाने में जमा कराया गया है। ज्वाइंट सीपी के आदेश पर एसीपी सारनाथ प्रकरण की जांच कर रहे हैं।
प्रारंभिक जांच में यह मामला सामने आया कि – महिला चौबेपुर थाने नहीं बल्कि शिवपुर थाने गई थी। उससे बंदूक और कारतूस लेकर शिवपुर थाने के मुंशी ने वापस कर दिया था। एसीपी सारनाथ की जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, चौबेपुर थाना क्षेत्र के कैथी के रहने वाले एक व्यक्ति ने दो शादी की थी। बीते लोकसभा चुनाव के दौरान वह शिवपुर थाना अंतर्गत भोजूबीर इलाके में रहता था। इस वजह से उसने अपनी लाइसेंसी बंदूक और कारतूस शिवपुर थाने में जमा कर दिया था। इसके बाद उसकी मौत हो गई। चुनाव बीतने के बाद उसकी दूसरी पत्नी मंजू और उसकी सहेली रजनी उर्फ रंजीत कौर को शिवपुर थाने की पुलिस ने बंदूक और कारतूस सौंप दिया। पति की मौत के बाद मंजू अपनी सहेली के साथ रहने के लिए मुगलसराय चली गई।
पुलिस ऑफिस पहुंची रजनी उर्फ रंजीत कौर ने बताया कि मंजू कहीं चली गई है और अपनी एक पोटली उसके पास छोड़ गई। रविवार को उसने जब उस पोटली को खोला तो उसमें बंदूक और कारतूस था। इस पर सोमवार की सुबह वह चौबेपुर थाने गई तो वहां पर उपस्थित पुलिस कर्मियों ने उससे बंदूक और कारतूस नहीं लिया। इसके बाद वह सीधे शिवपुर थाने गई तो बंदूक और कारतूस लेकर उसे फिर वापस कर दिया गया। गन हाउस जाने पर वहां कहा गया कि पुलिस कमिश्नर के पास जाकर पूरी बात बताओ। इसलिए वह पुलिस ऑफिस चली आयी।