वाराणसी
क्षत्रिय धर्म संसद ने महाकुंभ से लौटे श्रद्धालुओं को कराया निःशुल्क भोजन
वाराणसी। क्षत्रिय धर्म संसद काशी ने महाकुंभ प्रयागराज से लौटकर काशी आए श्रद्धालुओं की सेवा में पूरी निष्ठा से योगदान दिया। उदय प्रताप महाविद्यालय परिसर में विभिन्न राज्यों से आए लगभग तीन हजार दर्शनार्थियों के ठहरने की व्यवस्था कॉलेज प्रबंधन द्वारा की गई थी, जहां क्षत्रिय धर्म संसद ने अतिथि देवो भव की परंपरा को निभाते हुए श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था की।
मौनी अमावस्या के दिन करीब 1500 से अधिक भोजन पैकेट वितरित किए गए, जबकि अगले दिन यह संख्या बढ़कर ढाई हजार से अधिक हो गई। संगठन के स्वयंसेवकों का कहना है कि राजर्षी की बगिया में मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से किसी भी श्रद्धालु को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा। जो भी दर्शनार्थी उदय प्रताप महाविद्यालय परिसर में आएंगे, उनके भोजन की पूरी जिम्मेदारी क्षत्रिय धर्म संसद काशी द्वारा निभाई जाएगी।
सेवा कार्य में रणविजय सिंह, डॉ. संजय सिंह गौतम, ठाकुर कुश प्रताप सिंह, दृगविंदु मणि सिंह, स्वतंत्र बहादुर सिंह, डॉ. संजीव कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, डॉ. सत्येंद्र मिश्र, अखंड प्रताप सिंह, हरि नारायण सिंह बिसेन, सौरभ सिंह, डॉ. रमेश प्रताप सिंह और डॉ. धर्मेंद्र कुमार सिंह सहित कई कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। समर्पण और निस्वार्थ सेवा की इस भावना के साथ श्रद्धालुओं की सेवा की जा रही है।