गाजीपुर
गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग पर कम्युनिस्ट पार्टियों ने दिया धरना

गाजीपुर। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति कथित अपमानजनक टिप्पणी और संविधान विरोधी रुख को लेकर सोमवार को कम्युनिस्ट पार्टियों ने सरजू पांडेय पार्क में धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर गृहमंत्री अमित शाह से देश से माफी मांगने और इस्तीफे की मांग उठाई गई।
धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस संविधान का लगातार विरोध करते रहे हैं और मनुस्मृति के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद का आधार है, जिसे किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।
भाकपा माले के राष्ट्रीय नेता ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि वर्तमान सरकार लोकतंत्र विरोधी, तानाशाही और फासीवादी नीतियों पर चल रही है। किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक राजेंद्र यादव ने सरकार पर किसानों, मजदूरों, छात्रों, और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगाया।
धरने में भाकपा के जिला मंत्री जनार्दन राम, माले के जिला सचिव शशिकांत कुशवाहा, और सपा नेता सूरज राम बागी समेत कई अन्य नेता शामिल हुए। धरने का नेतृत्व वामपंथी दलों के वरिष्ठ नेता और राज्य कार्यकारिणी सदस्य अमेरिका सिंह यादव ने किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि संविधान बचाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए वामपंथी दल संघर्ष जारी रखेंगे। मौके पर संविधान की प्रतियां जलाकर भाजपा और आरएसएस के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।