वाराणसी
महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

वाराणसी। जनपद के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने शनिवार को राजपत्रित अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने मिशन शक्ति फेज-05 के अन्तर्गत निम्न 9 अभियान चलाने के निर्देश दिये –
इस अभियान के नोडल अधिकारी के रूप में पुलिस उपायुक्त अपराध प्रमोद कुमार और सहायक नोडल अधिकारी के रूप में अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध ममता रानी चौधरी को नियुक्त किया गया है। इस अभियान के तहत किए गए कार्यों की प्रतिदिन समीक्षा संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध डॉ. के. एजिलरसन द्वारा की जाएगी।
कमिश्नरेट के प्रत्येक जोन में महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा एक महिला चौपाल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें केवल महिलाएं शामिल होंगी। इस महिला चौपाल में निम्नलिखित बिंदुओं पर महिलाओं के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक किया जाएगा:

(1) महिलाओं की समस्याओं का समाधान –
महिलाओं के साथ संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुनना एवं उनका निराकरण कराना।
(2) महिला सुरक्षा सम्बन्धित हेल्प लाईन नम्बर-
महिलाओं को विभिन्न महिला सुरक्षा हेल्पलाईन जैसे 1090 (वूमेन पावर लाईन)/ 191 (महिला हैल्प लाईन) / 112 (आपातकालीन सहायता) / 1098 (चाइल्ड हेल्प लाइन)/ 1930 (साइबर अपराध हेल्प लाइन) आदि के बारे में जानकारी देना, जिससे किसी भी आपात स्थिति में वे इन सेवाओं का लाभ उठा सके।
(3) कानूनी जागरूकता-
महिलाओं को उनके अधिकारों और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए बनाये गये कानूनों की जानकारी देना जैसे- घरेलू हिंसा, कार्य स्थल पर उत्पीड़न और साइबर क्राइम व भारतीय न्याय संहिता में महिला अपराध से सम्बन्धित कानूनी प्रावधानों की।
(4) साइबर सुरक्षा जागरूकता-
साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत महिलाओं व बालिकाओं को इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में जागरूक किया जाना तथा साइबर उत्पीड़न से बचने के उपायों से अवगत कराया जाना ।
(5) मिशन शक्ति अभियान की जानकारी-
महिलाओं को मिशन शक्ति अभियान के उद्देश्य, उसके तहत उपलब्ध सुविधाओं और सरकारी योजनाओं के बारे में अवगत कराना, जिससे वे आत्मनिर्भर व सशक्त बन सकें।
(6) आत्मरक्षा प्रशिक्षण-
महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए उन्हें सरल व प्रभावी आत्मरक्षा तकनीकों का प्रदर्शन व प्रशिक्षण दिया जाना।
(7) महिला सहायता केन्द्रों का प्रचार-
प्रत्येक थाने में महिला सहायता हेतु बनाये गये महिला हेल्प डेस्क व शहर में प्रमुख स्थानों पर स्थापित पिंक बूथों के विषय में जानकारी दिया जाना। जहां महिलायें बेझिझक अपनी समस्याओं को साझा कर उचित सहायता प्राप्त कर सकती है।