वाराणसी
फ़सल अवशेष प्रबंधन एवं किसान सम्मेलन कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न

रिपोर्ट – दीपक पटेल
वाराणसी| आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, कल्लीपुर, वाराणसी पर इन – सीटू फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत ज़िला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम एवं किसान सम्मान सम्मेलन का सजीव प्रसारण कार्यक्रम का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। नई दिल्ली में आयोजित किसान सम्मान सम्मेलन में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर नरेंद्र रघुवंशी के नेतृत्व में जनपद वाराणसी के सुशील कुमार, कैलाश नारायण सिंह, धर्मेंद्र एवं अजय सहित कुल दस किसानो ने दिल्ली में प्रतिभाग किया । इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि की बारहवीं किस्त जारी किया । दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किसानो को दिखाया गया। साथ ही साथ फ़सल अवशेष प्रबंधन पर ज़िला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम भी संयुक्त रूप से आयोजित कराया गया। इस कार्यक्रम में किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन की तकनीकी जानकारी के साथ साथ फ़सल जलाने से होने वाले नुक़सान पर विस्तार से जानकारी दी गयी | कार्यक्रम में केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. नवीन सिंह ने फसल अवशेषों के महत्व को बताया तथा फसल कटाई के उपरांत फसल अवशेषों को विभिन्न तकनीकी से मिट्टी में मिलाने हेतु सुझाव दिया | केंद्र के प्रसार वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम के सह अन्वेषक डॉ. राहुल कुमार सिंह ने फसल अवशेषों का आच्छादन के रूप में प्रयोग करने की सलाह दी | उन्होंने बताया की लाभदायक सूक्ष्मजीवों का प्रयोग करके भी फसल अवशेषों को सडा गला कर गुणवत्ता युक्त जैविक खाद तैयार की जा सकती है | कार्यक्रम में उपस्थित वैज्ञानिक व सह अन्वेषक डॉक्टर अमितेश ने कृषि में उपयोग होने वाले विभिन्न मशीनो जैसे सूपर सीडर, हैपी सीडर, मलचर इत्यादि पर विस्तार से प्रकाश डाला। वैज्ञानिक बीज प्रौद्योगिक वैज्ञानिक डॉक्टर श्री प्रकाश सिंह ने वेस्ट डीकम्पोज़र एवं आच्छादन पर विस्तार से चर्चा किया। गृह वैज्ञानिक डॉक्टर प्रतीक्षा सिंह ने फ़सल अवशेष प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी पर बात रखी।गृह वैज्ञानिक डॉक्टर प्रतीक्षा एवं उदयन वैज्ञानिक डॉक्टर मनीष पांडेय ने भी फ़सल अवशेष प्रबंधन पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर केंद्र के प्रक्षेत्र प्रबंधक राणा पीयूष, लेखाकार अरविंद, अशोक नागेंद्र सहित लगभग 300 से अधिक पुरुष एवं महिला किसान उपस्थित रहे |