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वाराणसी

नियमित टीकाकरण में सक्रिय भूमिका निभाएंगे सीएचओ

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सोमवार को 55 सीएचओ को मिला प्रशिक्षण, इस माह सभी सीएचओ होंगे दक्ष

सुपरविजन के साथ मॉनिटरिंग, डाटा एंट्री, मोबिलाइज़ेशन का भी कार्य करेंगे

वाराणसी: आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की स्वास्थ्य सेवाओं में भागीदारी बढ़ रही है। सीएचओ संचारी व गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, जांच व उपचार के साथ बच्चों व गर्भवती के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इसी उद्देश्य से सोमवार को ककरमत्ता स्थित एक होटल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में सीएचओ के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें 55 सीएचओ को प्रशिक्षित किया गया। आगामी दिवसों में जिले के सभी सीएचओ को प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने कहा कि सीएचओ के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्र में लोगों को बेहतर चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सुपरविजन, मॉनिटरिंग, डाटा एंट्री, मोबिलाइज़ेशन आदि सेवाओं के लिए दक्ष बनाना है। उन्होंने बताया कि यदि बच्चा समय से सभी टीकों से प्रतिरक्षित है तो उसे निमोनिया, खसरा-रूबेला, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी सहित 11 विभिन्न बीमारियों से बचाया जा सकता है। इसके लिए नियमित सुपरविजन, मोबिलाइज़ेशन, मॉनिटरिंग सहित आदि कार्य में अब सीएचओ की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि जन्म से लेकर पांच साल तक सात बार टीकाकरण किया जाता है। इसलिए सभी टीकाकरण का समय ध्यान से जान लेना बेहद आवश्यक है। टीकाकरण किसी भी हालत में नहीं छूटना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के जरिये मॉनीटरिंगऔर सर्विलान्स का कार्य किया जा रहा है। उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ वाईबी पाठक ने गर्भवती व बच्चों के सम्पूर्ण नियमित टीकाकरण वसर्विलान्स, मॉनिटरिंग आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ एके पाण्डेय ने बताया कि जन्म से लेकर पांच साल तक बच्चों का टीकाकरण किया जाता है, इसलिए सभी टीकाकरण के बारे में अच्छी तरह से जान लें। बच्चों को कौन सा टीका कब लगाया जाना है, इसके लिए टीकाकरण कार्ड को सुरक्षित रखना है। इस कार्ड में टीकाकरण के बारे में जानकारी लिखी होती है। इसके साथ ही जो टीका लगाया जा चुका है उसकी भी एंट्री की जाती है। परिजनों को बताएं कि जब बच्चे को अगले टीकाकरण के लिए केंद्र पर ले जाए तो टीकाकरण कार्ड जरूर साथ लेकर जाए और हमेशा टीकाकरण कार्ड साथ रखें। यदि अगले टीकाकरण तारीख के दौरान कहीं यात्रा कर रहे हैं तो ऐसे में टीकाकरण कार्ड के ज़रिए कहीं भी बच्चे व गर्भवती का टीकाकरण करा सकते हैं। टीकाकरण के बाद किसी भी प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं को देखने के लिए लाभार्थी केंद्र पर 30 मिनट का इंतज़ार करें इसके बाद ही घर वापस जाए।
डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ कुनाल ने बताया कि पिछले माह प्रथम बैच में 48 सीएचओ को नियमित टीकाकरण एवं सर्विलान्स संबंधी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस माह जिले के सभी 208 सीएचओ को विभिन्न बैचों में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण में डॉ शाहिद ने सामुदायिक मोबिलाइजेशन के बारे में बताया। इस दौरान निकुंज कुमार वर्मा, डॉ वाईबी पाठक, डॉ एके पाण्डेय, डॉ सुनील गुप्ता सहित डब्ल्यूएचओ से डॉ कुनाल व डॉ सतरुपा, यूनिसेफ से डॉ शाहिद व अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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