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वाराणसी

दूध उत्पादन में भारत ने रचा इतिहास: मंत्री राजीव रंजन सिंह

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रामनगर (वाराणसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। केंद्रीय पंचायती राज और मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत दुग्ध उत्पादन में दुनिया में पहले स्थान पर पहुंच गया है। रविवार को पराग डेरी के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई दुग्ध समितियों के सचिवों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि दूध का उत्पादन और खपत दोनों बढ़ रहे हैं लेकिन किसानों को अभी भी उनके उत्पाद का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है। पहले असंगठित क्षेत्र में दूध की खरीदी के दौरान किसान को उचित दाम नहीं मिलते थे लेकिन अब राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) से जुड़ी समितियों के माध्यम से किसानों को सही कीमत और समय पर भुगतान मिल रहा है।

इससे उनकी आमदनी में भी वृद्धि हुई है।मंत्री ने बताया कि अब दूध की गुणवत्ता और वजन की जांच होती है, जिससे किसानों को उचित लाभ सुनिश्चित किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सहकारी आंदोलन के माध्यम से किसानों को संगठित कर उनकी आय बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन से किसानों को जो आमदनी हो रही है वह कृषि से भी अधिक है।

इससे पहले पराग डेरी के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने एनडीडीबी द्वारा डेरी के संचालन में किए गए कार्यों की सराहना की। एनडीडीबी की टीम ने वाराणसी दुग्ध संघ का दुग्ध उपार्जन 3,800 किलोग्राम प्रतिदिन से बढ़ाकर 82,000 किलोग्राम प्रतिदिन और प्रसंस्करण 2 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुंचा दिया है।

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जल्द ही डेरी में मिल्क पाउडर, fermented उत्पाद और पारंपरिक मिठाइयों का उत्पादन भी शुरू किया जाएगा।इस दौरान बायोगैस संयंत्र के निर्माण और उससे जुड़े पर्यावरणीय लाभों पर भी चर्चा हुई। मंत्री ने दुग्ध समितियों से उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया और उन्हें संगठित क्षेत्र में शामिल होने के लाभ गिनाए। कार्यक्रम में कई अधिकारी, कर्मचारी और दुग्ध समितियों के सदस्य उपस्थित रहे।

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