चन्दौली
जीवन कौशल प्रशिक्षण में शिक्षकों ने सीखे व्यवहार और प्रबंधन के गुण

सकलडीहा (चंदौली) जयदेश। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा लखनऊ, उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार, जीवन कौशल प्रशिक्षण का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सकलडीहा, चंदौली में किया गया। यह चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें प्रथम चरण के तहत राजकीय एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 100 प्रवक्ताओं और सहायक अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया। इसी प्रकार, दूसरे चरण में भी 100 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ डायट प्राचार्य विकायल भारती ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया। उन्होंने प्रशिक्षण की उपयोगिता पर जोर देते हुए कहा कि यह चार दिवसीय जीवन कौशल प्रशिक्षण डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित 10 मॉड्यूल पर आधारित है। यह प्रशिक्षण शिक्षकों को न केवल अपने पेशेवर जीवन में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी मदद करेगा।
प्रशिक्षण मॉड्यूल:
डॉ. रोशन सिंह, प्रशिक्षण प्रभारी, ने बताया कि यह कार्यक्रम 10 प्रमुख जीवन कौशलों पर केंद्रित है, जिनमें शामिल हैं:
- पारस्परिक संबंध कौशल
- स्व-जागरूकता
- संप्रेषण कौशल
- भावना प्रबंधन
- समानुभूति
- तनाव प्रबंधन
- समस्या समाधान
- निर्णय लेना
- सृजनात्मक चिंतन
- समालोचनात्मक चिंतन
पहले दिन डायट प्रवक्ता प्रवीण राय और डॉ. बैजनाथ पांडेय ने क्रमशः “पारस्परिक संबंध कौशल” और “स्व-जागरूकता” विषय पर प्रभावी सत्र लिया। दोनों वक्ताओं ने प्रशिक्षणार्थियों को इन कौशलों की प्रासंगिकता और व्यवहार में उनके उपयोग के बारे में विस्तार से समझाया।
इस अवसर पर डायट प्रवक्ता देवेंद्र कुमार और जयंत कुमार सिंह सहित कई शिक्षाविद् उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों ने इसे उपयोगी बताते हुए कहा कि यह न केवल शिक्षण प्रक्रिया को बेहतर बनाएगा बल्कि उनके व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन को भी समृद्ध करेगा।अगले चरण में प्रशिक्षण का क्रम जारी रहेगा, जिसमें अन्य शिक्षकों को शामिल किया जाएगा।