वाराणसी
क्यूआर कोड जांचने आठ वार्डों में पहुंचा नगर निगम

कूड़ा कलेक्शन में लापरवाही आयी सामने, मेयर से लेकर अफसर, पार्षद तक उतरे सड़क पर
वाराणसी। नगर निगम की टीम मंगलवार अलसुबह वाराणसी के आठ वार्डों में पहुंची और डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की हकीकत जानी। टीम ने भवन स्वामियों से QR कोड चस्पा किए जाने और कूड़ा कलेक्शन की प्रक्रिया की जानकारी ली। इस निरीक्षण के दौरान सामने आया कि कार्यदाई संस्था ने कई वार्डों में QR कोड चस्पा करने में लापरवाही बरती है।
बिना कूड़ा उठान के ही आ रहे मैसेज, भवन स्वामियों ने दर्ज करायी शिकायत
निरीक्षण के दौरान कई भवन स्वामियों ने शिकायत दर्ज कराई कि बिना कूड़ा उठाने के ही उन्हें कूड़ा कलेक्शन का मैसेज आ रहा है। इस पर नगर निगम के अधिकारियों ने नाराजगी जताई और कूड़ा कलेक्शन कंपनी को स्पष्ट निर्देश दिए कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
18 मार्च तक चलेगा विशेष अभियान
मेयर अशोक तिवारी के निर्देश पर 03 मार्च से 18 मार्च तक वाराणसी के 76 वार्डों में QR कोड व्यवस्था की जांच और नगर निगम के अन्य कार्यों का फीडबैक लेने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। मेयर खुद इस निरीक्षण की कमान संभाल रहे हैं और रोज़ एक वार्ड का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं।
मंगलवार को उन्होंने सिगरा वार्ड से इस अभियान की शुरुआत की।
QR कोड लगाने की जरूरत क्यों पड़ी ?
नगर निगम ने अक्टूबर 2020 में वाराणसी वेस्ट सॉल्यूशंस कंपनी के साथ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का अनुबंध किया था।
इस अनुबंध के तहत प्रत्येक उपभोक्ता के हिसाब से 92 रुपये का भुगतान नगर निगम द्वारा किया जाता है, जबकि उपभोक्ताओं से कूड़ा उठाने के लिए 50 रुपये प्रति माह चार्ज करने की व्यवस्था है।हालांकि, उपभोक्ताओं से वसूली हो या न हो, नगर निगम कंपनी को पूरे कूड़ा कलेक्शन के आंकड़ों के आधार पर भुगतान करता है।
नवम्बर 2024 में कंपनी को 4.87 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जबकि उपभोक्ताओं से केवल 50.60 लाख रुपये की ही वसूली हुई थी।
इस बड़े अंतर को लेकर नगर निगम के पार्षदों ने सवाल उठाए
कनेक्शन करने वले लोग 4.10 कुडा लाख घरों से कूड़ा कलेक्शन का दावा, पर उठे कलेक्शन करने वाली कंपनी का दावा है कि वह वर्तमान में 4.10 लाख घरों से कूड़ा उठा रही है और इसके लिए उसने 1,424 कर्मचारी तैनात किए हैं।
इस योजना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉन्च किया था, जिसके तहत हर घर पर QR कोड लगाया जाना था।QR कोड के ज़रिए नगर निगम को यह पता चलता कि कूड़ा उठाया गया या नहीं लेकिन कई जगहों पर बिना कूड़ा उठाए ही सिस्टम में कूड़ा उठाने का अपडेट भेजा जा रहा है।
QR कोड लगाने में लापरवाही, महापौर ने जतायी नाराजगी
नगर निगम के उपसभापति नरसिंह दास ने नगर आयुक्त से सवाल किया कि तीन महीने बाद भी महज़ 7,000 घरों में ही QR कोड क्यों चस्पा किए गए, जबकि पहले चरण में भेलूपुर के 53,000 घरों में QR कोड लगाने की योजना थी।
मेयर अशोक तिवारी ने भी 10,000 से अधिक QR कोड का बंडल नगर निगम कार्यालय में पाया, जिससे स्पष्ट हुआ कि QR कोड लगाने में लापरवाही बरती जा रही है। इन्हीं अनियमितताओं की जांच के लिए यह विशेष अभियान शुरू किया गया है।
इन 8 वार्डों में हुआ निरीक्षण
1. लोको छित्तूपुर
2. राजा बाजार
3. चौकाघाट
4. शिवपुर
5. मध्यमहेश्वर
6. जोलहा
7. दनियालपुर
8. शिवपुरवा