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ओम बिरला दूसरी बार बनें लोकसभा अध्यक्ष, जानिए कैसा रहा है राजनीतिक करियर
दूसरी बार अध्यक्ष बनने की वजह आई सामने
रिपोर्ट – सुभाष चंद्र सिंह
नई दिल्ली। राजस्थान की कोटा लोकसभा सीट से लगातार तीन बार सांसद बनने वाले ओम बिरला बीजेपी नेतृत्व की पहली पसंद बन गए हैं। ओम बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। वे बलराम जाखड़ के बाद दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्हें दूसरी बार पांच साल का कार्यकाल पूरा करने का मौका मिला है। बिरला के पहले कार्यकाल में कई ऐसे फैसले थे जिनसे वह चर्चाओं में रहे थे।
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर पीएम मोदी ने 18वीं लोकसभा के स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका ललन सिंह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने समर्थन किया। वहीं, विपक्ष की ओर से अरविंद सावंत ने के सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें स्पीकर के आसंदी तक छोड़ने आए। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी।
आखिरकार ओम बिरला के नाम पर फिर से मुहर लगने के पीछे की वजह क्या है ?

भारतीय जनता पार्टी ने ओम बिरला को दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी का दायित्व इसलिए दिया क्योंकि बिरला के कामकाज से बीजेपी नेतृत्व पूरी तरह से संतुष्ठ था। पिछले पांच साल में सदन में कभी ऐसी नौबत नहीं आई जब सत्ता पक्ष को स्पीकर की वजह से झुकना पड़ा हो। बता सदें कि एनडीए के प्रत्याशी ओम बिरला के खिलाफ इंडिया गठबंधन ने के. सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया। इसके बाद पहली बार स्पीकर पद के लिए चुनाव किया गया।
ओम बिरला का राजनीतिक जीवन –
• कोटा के इतिहास में वैद्य दाऊदयाल जोशी के बाद लगातार तीन विधानसभा और तीन लोकसभा चुनाव जीतने वाले पहले जनप्रतिनिधि।
• जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, कोटा (1987-91)
• प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, राजस्थान राज्य (1991-1997)
• राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा (1997-2003)
• कोटा विधान सभा सीट से विधायक 2003 (पहले ही चुनाव में कद्दावर कांग्रेसी मंत्री शांति धारीवाल को 10101 वोट से हराया)
• कोटा दक्षिण विधान सभा सीट से विधायक 2008 (कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कद्दावर मंत्री राम किशन वर्मा को 24252 वोट से हराया)
• कोटा दक्षिण विधान सभा सीट से विधायक 2013 (कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पीसीसी महासचिव पंकज मेहता को 49439 वोट से हराया)
• कोटा-बूंदी लोक सभा सीट से सांसद 2014 (2009 से 2014 तक कांग्रेस पार्टी से सांसद इज्यराज सिंह को वोट 2 लाख 782 वोट से हराया )
• कोटा-बूंदी लोक सभा सीट से सांसद 2019 (वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा विधायक रामनारायण मीणा को 2 लाख 79 हजार वोट से हराया)
• कोटा-बूंदी लोक सभा सीट से सांसद 2024 (भाजपा से बागी होकर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल को 42 हजार वोट से हराया)