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एसआईटी ने निकांत जैन के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट

लखनऊ। सौर ऊर्जा परियोजना के निवेश के नाम पर कमीशन मांगने के गंभीर आरोपों में घिरे इन्वेस्ट यूपी के पूर्व सीईओ के करीबी निकांत जैन के खिलाफ विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एंटी करप्शन कोर्ट में 1250 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है।
मुख्य आरोपी बनाए गए निकांत जैन पर रंगदारी वसूली और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में आरोप लगाए गए हैं। चार्जशीट में निकांत द्वारा निवेशक विश्वजीत दत्ता से पांच प्रतिशत कमीशन की मांग को पुष्टि सहित दर्शाया गया है।
डीजीपी के आदेश पर गठित हुई थी एसआईटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने एसआईटी का गठन किया था, जिसमें बाराबंकी के एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी और एसीपी गोमतीनगर विनय कुमार द्विवेदी को शामिल किया गया। जांच में सामने आया कि निकांत ने यह राशि इन्वेस्ट यूपी के एक वरिष्ठ अधिकारी के नाम पर मांगी थी।
साक्ष्य में कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट शामिल
चार्जशीट में कॉल डिटेल, व्हाट्सएप चैट, निवेशक के बयान और इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों की गवाही को प्रमुख साक्ष्य माना गया है।
निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश पर भी नजर
बयान के मुताबिक, निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश का नाम बार-बार सामने आया है। शिकायतकर्ता विश्वजीत दत्ता ने दावा किया कि अभिषेक ने ही उन्हें निकांत से संपर्क करने को कहा था। हालांकि, एसआईटी द्वारा समन भेजे जाने के बावजूद अभिषेक प्रकाश अब तक बयान के लिए उपस्थित नहीं हुए हैं। उन्हें दोबारा नोटिस भेजा जाएगा।
ईडी की भी समानांतर जांच जारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले में समानांतर जांच कर रहा है और निकांत जैन से जुड़ी 12 कंपनियों के वित्तीय लेनदेन खंगाल रहा है।
मामले की पृष्ठभूमि
विश्वजीत दत्ता की कंपनी ‘सैल सोलर पी-6 प्राइवेट लिमिटेड’ ने प्रदेश में सोलर सेल निर्माण इकाई लगाने के लिए इन्वेस्ट यूपी से अनुमति ली थी। परियोजना को मंजूरी के बाद कथित रूप से पांच प्रतिशत कमीशन की मांग की गई। मांग पूरी न होने पर फाइल को बार-बार दोबारा मूल्यांकन के लिए भेजा गया।
इस पूरे प्रकरण पर मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए आईएएस अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया था, वहीं निकांत जैन की गिरफ्तारी गोमती नगर पुलिस द्वारा की गई थी।
जांच अभी जारी
चार्जशीट दाखिल होने के बावजूद एसआईटी की जांच पूरी नहीं हुई है। टीम अब अभिषेक प्रकाश के खिलाफ ठोस साक्ष्य जुटाने में लगी है।