बलिया
ईरान से सुरक्षित लौटे जायरिनों का नम आंखों से हुआ स्वागत, मिसाइल धमाकों से कांपा दिल

बलिया। जनपद के रसड़ा क्षेत्र से जियारत के लिए ईरान गए पांच लोगों का जत्था मंगलवार सुबह सकुशल अपने घर लौट आया। जैसे ही ये लोग घर पहुंचे, पूरे मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ गई। स्वजन और पड़ोसी नम आंखों से एक-दूसरे को गले लगाते नजर आए।
हर किसी की आंखें भाभाविभोर हो उठीं।ईरान में फंसे इस जत्थे में इमामिया इंटर कॉलेज रसड़ा के प्रबंधक और शिया मस्जिद के अध्यक्ष सैय्यद मुजतबा हुसैन के साथ सैय्यद अशद अली बाकर, सैय्यद मुहम्मद अउन, शमां जहां और सैय्यद नज्जू साकिब शामिल थे। ये जत्था 25 मई को भारत से ईरान रवाना हुआ था।
28 मई को इराक पहुंचने के बाद 7 जून को ईरान पहुंचा और मशद में तीन दिन ठहरने के बाद तेहरान के समीप कुंभ शहर में एक होटल में रुका।
इसी दौरान ईरान और इजराइल के बीच युद्ध छिड़ गया, जिससे सभी जायरिन उस होटल में फंसकर रह गए। सैय्यद मुजतबा हुसैन ने बताया कि होटल के पास ही मिसाइल गिरने और तेज धमाकों की आवाजें इतनी डरावनी होती थीं कि दिल कांप उठता था।
हर कोई खौफ और बेचैनी में था।भारतीय दूतावास के प्रयासों से यह जत्था करीब 1100 किमी की दूरी बस से तय कर मशद एयरपोर्ट पहुंचा, जहां से महान एयरलाइंस के जरिए भारत लाया गया। सकुशल वापसी पर मुजतबा हुसैन ने भारत और ईरान सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए आभार जताया।