राज्य-राजधानी
असम में बाढ़ से छह लाख लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त
एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें बचाव अभियान में लगी
देश में जहां कई राज्यों में भीषण गर्मी ने लोगों को जीना मुहाल कर रखा है। वहीं, असम में बाढ़ से कई लोग प्रभावित हैं। बाढ़ की स्थिति में अभी कोई सुधार नहीं है। 10 जिलों में छह लाख से ज्यादा लोग अब भी प्रभावित हैं। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों द्वारा बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है। राज्य के कई हिस्सों में सड़क और रेल संपर्क टूट गया है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि न्यू हाफलोंग के चंद्रनाथपुर खंड में पटरी को हुए नुकसान और सिलचर स्टेशन पर जलभराव से शनिवार से सोमवार तक कम से कम 10 ट्रेनें रद्द कर दी गयीं।
बाढ़ से नागांव, कछार, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग, हैलाकांडी होजाई, मोरीगांव, करीमगंज पश्चिम और दीमा हसाओ जिलों में कुल 6,01,642 लोग प्रभावित हुए हैं। 28 मई से अब तक बाढ़ और तूफान में मरने वालों की संख्या 15 हो गयी है। नागांव सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 2.79 लाख से लोग प्रभावित हुए, जबकि होजाई में 1,26,813 और कछार में 1,12,265 लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में 40,000 से ज्यादा लोगों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है।