वाराणसी
सप्तसागर दवा मंडी में लगी आग, दवा विक्रेताओं ने जेई को बनाया बंधक

वाराणसी। जनपद के मैदागिन स्थित सप्तसागर दवा मंडी में शनिवार को शार्ट सर्किट की वजह से दवा की दुकानों में रखे कंप्यूटर, प्रिंटर, पंखा, एसी सहित अन्य उपकरण जलकर ख़ाक हो गया। दवा विक्रेताओं ने बिजली निगम के कर्मचारियों द्वारा गलत तरीके से तार जोड़ने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे जेई को विक्रेताओं ने करीब तीन घंटे तक बंधक बनाया। जब जेई ने लिखित रुप से घटना को गलत तार जोड़ने की बात कही, तब जाकर विक्रेताओं ने छोड़ा। इस मामले में मुख्य अभियंता ने अधीक्षण अभियंता को जांच सौंपी है।
बता दें कि, सप्तसागर दवा मंडी में दवा की 600 से ज्यादा दुकानें हैं। यहां हर दिन बनारस और आसपास के जिलों से करीब तीन हजार व्यापारी आते हैं। शनिवार की दोपहर में दवा विक्रेताओं ने सप्तसागर दवा मंडी में बिजली उपकेंद्र को तारों के शार्ट सर्किट होने की सूचना दी। इसके बाद यहां कर्मचारी पहुंचे और तार जोड़ने लगे। इस दौरान कर्मचारियों ने अर्थ में फेस का तार जोड़़ दिया। इस कारण यहां आग लग गई। इसके बाद विक्रेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया।
सूचना पाकर मौके पर जैसे ही जेई संजय कुमार पहुंचे उन्हें दवा विक्रेताओं ने बंधक बना लिया। विक्रेताओं ने जेई को कर्मचारियों की लापरवाही से घटी घटना की जानकारी दी। पहले तो जेई मानने को तैयार नहीं हुए और विक्रेताओं से छोड़ने को कहा लेकिन दवा विक्रेता नुकसान की भरपाई के लिए जेई से लिखित कार्रवाई पर अड़े रहे। इसके बाद मुख्य अभियंता, अधिशासी अभियंता आरके गौतम के हस्तक्षेप के बाद दवा विक्रेता जैसे-तैसे माने।
विरोध बढ़ता देख जेई ने अर्थ मे फेस आने की वजह से करीब 20 विक्रेताओं के एसी, कूलर, फैन, कंप्यूटर, प्रिंटर, सीसी कैमरा पावर सप्लाई, इर्न्वटर आदि उपकरण जलने की बात लिखी तब जाकर लोगों ने उनको रिहा किया।