वाराणसी
वाराणसी में रोपवे का ट्रायल शुरू
वाराणसी में देश के पहले सार्वजनिक रोपवे प्रोजेक्ट का ट्रायल गुरुवार को शुरू हुआ। जैसे ही आसमान में गंडोला दौड़ता नजर आया, राहगीरों की निगाहें ठिठक गईं। लोग उत्सुकता से इस आधुनिक परिवहन प्रणाली को देख रहे थे। रोपवे की तकनीकी टीम के अनुसार, फिलहाल केबल की मजबूती और संतुलन की जांच की जा रही है। सर्दी के मौसम में केबल सख्त हो जाते हैं, जबकि गर्मी में ढीले पड़ सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए गंडोला के सुचारू संचालन की टेस्टिंग की जा रही है। ट्रायल के दौरान हर तकनीकी पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके।
कैंट से गोदौलिया तक होगा संचालन
इस रोपवे का नियमित संचालन मई 2025 में प्रस्तावित है। यह रोपवे वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक चलेगा, जिससे शहर की सबसे भीड़भाड़ वाली सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा। यात्री अब जाम से बचते हुए कुछ ही मिनटों में अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
देश का पहला सार्वजनिक रोपवे प्रोजेक्ट
यह परियोजना देश में अपनी तरह की पहली सार्वजनिक रोपवे सेवा होगी। लगभग 3.75 किमी लंबा यह रोपवे, वाराणसी के ऐतिहासिक स्थलों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। कुल 5 स्टेशन होंगे और प्रत्येक गोंडोला में 10 यात्री सफर कर सकेंगे। इस प्रोजेक्ट से न केवल शहर के परिवहन को आधुनिक बनाया जाएगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
रोपवे के ट्रायल को लेकर स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों उत्साहित हैं। कई लोगों ने कहा कि इससे यात्रा का अनुभव आसान और सुखद होगा। वहीं, प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि सभी सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।
अब देखना यह होगा कि मई में प्रस्तावित इस परियोजना का उद्घाटन कब तक होता है और यह जनता को किस तरह की सुविधाएं प्रदान करता है। वाराणसी के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, जिससे आध्यात्मिक नगरी को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और मजबूती मिलेगी।