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वाराणसी

वाराणसी में प्रशासन की सख्ती पर नाविकों ने जतायी नाराजगी

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नाविकों की मांग – “क्रूज भी हो बंद”

वाराणसी। गंगा में नाव दुर्घटना के बाद प्रशासन की सख्ती जारी है। अस्सी घाट से गाय घाट तक ड्रोन से निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने साफ किया है कि ओवरलोड नावों पर कार्रवाई होगी। अब तक विभिन्न लापरवाहियों में 13 नाविकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

नाविक समाज ने प्रशासन की कार्यवाही के विरोध में राजेंद्र घाट पर माँ गंगा निषादराज सेवा न्यास के बैनर तले बैठक की। इसमें सौ से अधिक नाविकों ने भाग लिया। संगठन के अध्यक्ष प्रमोद साहनी ने प्रशासन पर मनमाने आदेश थोपने का आरोप लगाया।

नाविकों की मांग – “क्रूज भी हो बंद”
प्रमोद माझी ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि, “यदि 5 बजे के बाद नावें बंद होंगी, तो क्रूज संचालन भी रोका जाना चाहिए। हम प्रशासन के आदेशों का सम्मान करते हैं, लेकिन हमें बिना सूचना दिए फैसले थोपे जा रहे हैं।”

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गंगा आरती के दौरान नावों पर प्रतिबंध
नाविक समाज ने यह भी ऐलान किया कि अब गंगा आरती के दौरान कोई भी पर्यटक नाव पर नहीं बैठ पाएगा। नाविकों का कहना है कि आरती के दौरान भीड़ बढ़ती है और लोग नावों पर बैठकर आरती का आनंद लेते हैं, लेकिन यदि प्रशासन ने ऐसा निर्णय लिया है, तो वे भी नाव संचालन पूरी तरह बंद कर देंगे।

नाविकों का आक्रोश – “हमने लोगों को बचाया, सजा हमें मिली”
नाविकों ने आरोप लगाया कि हादसे के समय उन्होंने तत्परता दिखाते हुए लोगों को बचाया, लेकिन प्रशासन ने उनके सहयोग को नजरअंदाज कर 13 साथियों को जेल भेज दिया।यदि प्रशासन अपनी नीति में बदलाव नहीं करता, तो नाविक समाज और कड़े कदम उठाने पर मजबूर होगा।

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