मिर्ज़ापुर
मिर्जापुर में बिना रजिस्ट्रेशन चल रही दो दर्जन से अधिक पैथोलॉजी लैब

मरीजों की जान पर बन आई
मिर्जापुर। एक ओर सरकार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर नगर में स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर लापरवाहियाँ सामने आ रही हैं। मिर्जापुर नगर में दो दर्जन से अधिक पैथोलॉजी लैब बिना किसी रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से संचालित हो रही हैं। इन लैबों पर न तो प्रशासन की कोई निगरानी है और न ही स्वास्थ्य विभाग ने इन पर कोई सख्त कार्रवाई की है। इसका खामियाजा आम मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
ताजा मामला लक्ष्मणपुर स्थित गैलेक्सी पैथोलॉजी लैब का है, जहां से अधिवक्ता मंगलम दुबे की टायफाइड की जांच करवाई गई। एलएफटी रिपोर्ट पूरी तरह गलत निकली, जिससे उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। जब उन्होंने यह रिपोर्ट मंडलीय अस्पताल के चिकित्सक को दिखाई तो डॉक्टर हैरान रह गए और कहा कि इस रिपोर्ट के अनुसार तो मरीज की जान जा चुकी होती, वह जिंदा कैसे है – यह किसी चमत्कार से कम नहीं।
डॉक्टर ने लैब को पूरी तरह अवैध बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद अधिवक्ता ने मामले की शिकायत सीएमओ कार्यालय में संबंधित नोडल अधिकारी को सौंप दी है और कहा है कि पहले इलाज करवा लूं, फिर इस लैब के खिलाफ अदालत में कानूनी कार्रवाई करूंगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो ये अवैध लैबें कई और लोगों की जान ले सकती हैं।