वाराणसी
महाकुंभ लौटने वालों की भीड़ से वाराणसी में फंसे यात्री
दिल्ली-आगरा वंदे भारत समेत 21 ट्रेनें रद्द
वाराणसी में महाकुंभ के बाद लौट रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण करीब पांच लाख यात्री फंस गए हैं। ट्रेनों में जगह न मिलने से ढाई लाख से अधिक लोगों की यात्रा टल गई है। दिल्ली, आगरा जाने वाली वंदे भारत समेत कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जिससे हजारों यात्री वाराणसी, कानपुर, आगरा और अन्य शहरों में फंस गए हैं।
भीड़ इतनी अधिक है कि कई ट्रेनों के दरवाजे तक नहीं खुल पा रहे हैं। मौनी अमावस्या के कारण पूर्वांचल में यात्री बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए, जिससे हाईवे पर जाम लग गया। सीमा सील होने और ट्रैफिक बाधित होने के कारण लगभग एक लाख लोग रेलवे और बस स्टेशन समय पर नहीं पहुंच सके, जिससे उनकी ट्रेनें और बसें छूट गईं।
रद्द की गई ट्रेनें:
1. वाराणसी-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
2. आगरा-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस
3. झूसी-गोरखपुर कुंभ विशेष (05003)
4. कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर एक्सप्रेस (15003)
5. नई दिल्ली-बनारस एक्सप्रेस (12582, 12560)
यात्रा में रुकावट और भीड़ नियंत्रण
कुंभ मेले में भगदड़ की घटना के बाद कई विशेष ट्रेनों को रोक दिया गया, जिससे वाराणसी में हजारों यात्री फंस गए। प्रमुख रूप से रद्द की गई ट्रेनों में बनारस-नई दिल्ली एक्सप्रेस, बलिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस, गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज एक्सप्रेस और कई गोरखपुर-झूसी कुंभ विशेष ट्रेनें शामिल हैं।
स्टेशन पर भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन और सुरक्षाबलों ने प्लेटफार्मों को खाली कराया और यात्रियों को होल्डिंग एरिया में शिफ्ट किया। अधिकारियों की अपील पर यात्रियों से शांति बनाए रखने और रेलवे घोषणाओं पर ध्यान देने का अनुरोध किया गया।
हालांकि, देर रात तक 60 से अधिक ट्रेनें प्रयागराज होते हुए वाराणसी से रवाना हुईं। रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ, सीआरपीएफ, जीआरपी और सिविल पुलिस की तैनाती की गई थी ताकि व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।