पूर्वांचल
गाजीपुर से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने खोया आपा
जखनिया (गाजीपुर)। लोकसभा के मौजूदा चुनाव में गाज़ीपुर सीट भी काफी चर्चा में है। यहां से भारतीय जनता पार्टी के पारस राय, बसपा के उमेश सिंह और सपा के अफजाल अंसारी समेत कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है।
चुनाव में सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी अपना आपा खो चुके हैं और पत्रकारों के खिलाफ अनर्गल आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं। अपनी बैठकों में भी पत्रकारों के प्रति नकारात्मक रवैया दिखा चुके हैं। एक व्यक्ति जो भारत की सबसे बड़ी पंचायत का प्रतिनिधित्व कर चुका है और पुनः प्रतिनिधित्व के लिए चुनाव मैदान में है उसका इस तरह से आपा खोना और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर खुलेआम आरोप लगाना यह सरासर निंदनीय और अशोभनीय है। जब वह जनता के बीच इस तरह का कृत्य दिखा रहे हैं तो संसद में लोगों की आवाज कैसे बुलंद कर पाएंगे ?
आए दिन मीडियाकर्मियों को निशाना बनाते हुए वह अपने चुनावी मंच से अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। यह इनकी आदत बन चुकी है। अफजाल अंसारी पर पूर्वांचल में माफियागिरी को लेकर लगातार चर्चाएं होती रही हैं। फिर भी वह अपने बिगड़े बोल से बाज नहीं आ रहे हैं। अभी हाल ही में हेलीकॉप्टर से आयी वरिष्ठ महिला पत्रकार के कवरेज को लेकर उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग किया था। इसके पूर्व अलीपुर मदरा में पूर्व विधायक त्रिवेणी राम के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में भी उन्होंने पत्रकारों के खिलाफ अव्यवहारिक शब्दों का प्रयोग किया था। इसके बाद गाजीपुर के कई कार्यक्रमों में भी इनके बिगड़े बोल सामने आए थे।
अभी खेदाबपुर में आयोजित सपा के कार्यक्रम में कवरेज करने गए शादियाबाद के पत्रकारों पर भी उन्होंने आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। जिसका पत्रकारों ने सशक्त और एकजुट होकर जवाब देते हुए यह हिदायत दी की पत्रकार आपका नौकर नहीं है, जुबान सुधार कर बोलिए। इसके बाद पत्रकारों ने सपा के कार्यक्रमों के कवरेज का बहिष्कार कर दिया था। पत्रकारों ने कहा कि, ऐसी बिगड़े बोल वाले व्यक्ति का आचरण और व्यवहार अशोभनीय है।