वाराणसी
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वरिष्ठ समाज सेविका एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ स्वर्णलता सिंह से खास बातचीत

वाराणसी : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे विश्व में 8 मार्च को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज हमारे संवाददाता ने महिला सशक्तिकरण की मिशाल एवं ख्यातिलब्ध स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्वर्णलता सिंह से की खास बातचीत की है। जो पिछले 4 दशकों से वाराणसी के चेतगंज स्थित अनुराग मातृ सदन हॉस्पिटल को संचालित करने का काम डॉक्टर स्वर्णलता सिंह कर रही है. जो एक समाजसेवी के रूप में भी जानी जाती।
प्रधानमंत्री की योजनाओं को बल देते हुए हैं डॉ स्वर्णलता सिंह द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत गरीब लड़कियों की शादी में योगदान देती है। जिसमें वह प्रति वर्ष 25-30 लड़कियों की शादी में योगदान देती हैं। इनके द्वारा मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा नारी सम्मान के तहत प्रत्येक वर्ष 50 गरीब लड़कियों को शिक्षित करने के लिए शिक्षण सामग्री का वितरण किया जाता है।
ICDS आंगनवाड़ी, कुपोषित बच्चों को अन्न का वितरण निशुल्क टीकाकरण दस्त नियंत्रण पखवारा एवं ORSL का वितरण किया जाता है। इनके द्वारा कोरोना काल में समय-समय पर गरीबों में अन्न वितरण और जागरूकता कार्यक्रम करते हुए कोविड किट का वितरण किया गया।
बाढ़ पीड़ितों को खाद्य सामग्री वितरण करने का कार्य किया जाता है।
डॉक्टर सिंह द्वारा मदर टेरेसा आश्रम में पिछले 35 वर्षों से अन्न वितरण एवं कंबल वितरण का प्रोग्राम किया जाता है एवं गरीब मरीजों का निःशुल्क इलाज भी किया जाता है।
टीबी मरीजों के 10 मरीजों को डॉ. स्वर्णलता सिंह द्वारा गोद लिया है जिन्हें हर महीने पोषण पोटली वितरित की जाती है।डॉक्टर सिंह का कहना है कि जब तक भारत टीवी मुक्त नहीं हो जाता तब तक 10 टी बी रोग से ग्रसित रोगियों को पोषण पोटली वितरण किया जाएगा।
महिलाओं को बांझपन से मुक्ति के लिए गरीब एवं असहाय महिलाओं का निःशुल्क इलाज किया जाता है।
डॉ. स्वर्णलता को चिकित्सा के क्षेत्र में परिवार नियोजन के कार्यों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने गोल्ड मेडल से 1984-85, 1985-86, 1986-87 लगातार तीन वर्षों तक सम्मानित किया है।
इन्होंने बांझपन के इलाज के लिए लंदन क्रॉमवेल हॉस्पिटल ( U. K ) से 2002 में डिग्री प्राप्त की है । जिसके बाद वह लगातार वाराणसी में अपनी सेवा दे रही हैं। वही इनके द्वारा अगर इनके चिकित्सालय में बेटी पैदा होने पर हॉस्पिटल में मिठाई वितरित करने के साथ-साथ जिस घर में बेटी पैदा होती है उनके परिजनों को सम्मानित भी किया जाता है।