चन्दौली
“मानसिक रोगों का कारण बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान” : डॉ. नितेश
कालिंदी न्यूरो सायकेट्री एवं मेटरनिटी सेंटर के विशेषज्ञ ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
पीडीडीयू नगर। रामनगर के बटाउ वीर बाबा पंचवटी रोड पर कालिंदी न्यूरो सायकेट्री एवं मेटरनिटी सेंटर के डॉक्टर नितेश कुमार सिंह मानसिक रोगों की बढ़ती समस्या पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आजकल अवसाद (डिप्रेशन), तनाव (स्ट्रेस) और अत्यधिक नशे की लत मानसिक रोगों के प्रमुख कारण बन रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान है।
मानसिक रोगों के प्रारंभिक लक्षण
डॉ. नितेश कुमार सिंह के अनुसार, मानसिक रोगों के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जिनमें—
✔ चिड़चिड़ापन
✔ अत्यधिक गुस्सा आना
✔ व्यवहार में अचानक बदलाव
✔ बिना कारण मारपीट पर उतारू हो जाना
✔ बेवजह बड़बड़ाना या अनाप-शनाप बोलना
उन्होंने बताया कि मानसिक रोगों का असर बच्चों में भी तेजी से बढ़ रहा है, खासकर अत्यधिक पढ़ाई और परीक्षा के दबाव के कारण। कई बच्चे स्कूलवर्क, होमवर्क और परीक्षा की तैयारी के कारण अत्यधिक मानसिक दबाव में आ जाते हैं, जिससे सिरदर्द, चक्कर आना, अत्यधिक नींद आना जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
बचाव के लिए अपनाएं स्वस्थ जीवनशैली
मानसिक रोगों से बचने के लिए जीवनशैली में सुधार जरूरी है। इसके लिए—
✔ पर्याप्त नींद लें
✔ मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर और लैपटॉप का कम से कम उपयोग करें
✔ नशे से पूरी तरह बचें
✔ पौष्टिक आहार का सेवन करें
✔ हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
✔ फास्ट फूड (चाउमीन, पिज्जा, बर्गर, चाइनीज फूड) से परहेज करें
कच्चा पत्तागोभी से बचें, वरना बन सकते हैं मानसिक रोगी!
डॉ. नितेश कुमार सिंह ने फास्ट फूड के बढ़ते सेवन को लेकर भी आगाह किया। उन्होंने बताया कि अधिकतर चाइनीज व्यंजन (चाउमीन, मोमो आदि) कच्ची गोभी से बनाए जाते हैं। यह गोभी यदि अच्छी तरह से पकी न हो, तो यह पेट में जाकर खतरनाक कीड़ों का रूप ले लेती है। ये कीड़े ब्लड के माध्यम से दिमाग तक पहुंच सकते हैं, जिससे मानसिक विकार उत्पन्न हो सकते हैं।
इसलिए जरूरी है कि कोई भी खाद्य पदार्थ अच्छे से पका कर खाएं। यही कारण है कि सरकारी अस्पतालों और स्कूलों में बच्चों को समय-समय पर एल्बेंडाजोल की दवा दी जाती है, ताकि शरीर में मौजूद किसी भी प्रकार के कीड़ों को खत्म किया जा सके।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए व्यायाम है जरूरी
डॉ. नितेश कुमार सिंह ने बताया कि मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है। हर व्यक्ति को कम से कम 40 मिनट रोजाना शारीरिक श्रम (एक्सरसाइज, योग, दौड़) करनी चाहिए।
उन्होंने अंत में कहा कि यदि किसी को मानसिक रोग के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें, ताकि समस्या को प्रारंभिक अवस्था में ही नियंत्रित किया जा सके।