आजमगढ़
विद्युत व्यवस्था पर विधान परिषद की जांच समिति की समीक्षा बैठक, कई अहम निर्देश जारी

आजमगढ़। कलेक्ट्रेट सभागार में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की प्रदेशीय विद्युत व्यवस्था संबंधी जांच समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विद्युत आपूर्ति, ट्रांसफॉर्मर के रख-रखाव, मीटर रीडिंग, शिकायत निवारण, विद्युत चोरी और उपभोक्ता सुविधा जैसे अहम मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में निर्देश दिए गए कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में तय रोस्टर के अनुसार निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। ट्रांसफॉर्मर खराब होने की स्थिति में तत्काल रिपेयर या बदलाव की व्यवस्था हो, और उनके नियमित रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। मीटर रीडरों के क्षेत्रों में हर तीन महीने में बदलाव करने को कहा गया ताकि पारदर्शिता बनी रहे और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सके।
सभी उपखंडों में उपभोक्ता शिकायत रजिस्टर बनाए जाने का निर्देश दिया गया, जिनकी नियमित जांच की जाएगी। उपखंड अभियंताओं को क्षेत्रों का भ्रमण कर शिकायतों की समीक्षा करने को भी कहा गया। विभागीय भ्रष्टाचार को रोकने के लिए क्रॉस चेकिंग की व्यवस्था पर जोर दिया गया।
विभाग को सलाह दी गई कि पोलों पर लटके जर्जर तारों को हटाने और अनावश्यक तारों की सफाई की कार्य योजना तैयार करे। विद्युत चोरी की घटनाओं पर सख्त रवैया अपनाते हुए एफआईआर दर्ज कराने और संलिप्त कर्मचारियों पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए। विभाग को विद्युत चोरी रोकने के लिए बिजली मित्र पोर्टल और विजिलेंस टीमों के साथ प्रभावी अभियान चलाने को कहा गया।
इसके साथ ही स्मार्ट मीटर, एबीसी केबलिंग, घरेलू से वाणिज्यिक कनेक्शन परिवर्तन, भार वृद्धि, और एकल खिड़की प्रणाली जैसी योजनाओं पर भी विस्तार से समीक्षा की गई। बकायेदार उपभोक्ताओं को चिन्हित कर समयबद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
विभागीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि जनपद स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां उपभोक्ताओं की शिकायतों का समय पर निस्तारण किया जा रहा है। इसके अलावा हेल्पलाइन 1912 के प्रचार-प्रसार के लिए पंपलेट चस्पा करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी उपकेंद्रों पर शिकायत रजिस्टर उपलब्ध है और किसी भी शिकायत को लंबित नहीं रखा गया है।
बैठक में समिति के सदस्यों सहित मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, पुलिस अधिकारी, सचिवालय व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।