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वाराणसी

वाराणसी कमिश्नरेट में पहली बार ‘टारगेट ओरिएंटेड पुलिसिंग’ करेंगे DCP-ACP:

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वाराणसी।वाराणसी कमिश्नरेट में पहली बार डीसीपी से लेकर ACP और थानेदार टारगेट ओरिएंटेड पुलिसिंग करेंगे। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने तीन जोन में डीसीपी को लक्ष्य भी बांट दिए हैं। इस टारगेट को एडीसीपी, एसीपी और थानेदार मिलकर पूरा करेंगे।
प्रत्येक जोन के डीसीपी को पुलिस आयुक्त ने अगस्त के लिए टारगेट में 75 SR केस (हत्या, बलात्कार, दहेज हत्या, गैंगस्टर) के निस्तारण को कहा है। दो NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम), 21 पर गैंगस्टर और 60 गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई की बात ही।
इसके अलावा बड़ी वारदातों में शामिल 60 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने का लक्ष्य भी दिया है। सीपी इस लक्ष्य की नियमित समीक्षा करेंगे, जिम्मेदारों को सभी लक्ष्य पूरे करने होंगे। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और थानेदारों की कुर्सी भी छिन सकती है।
शनिवार रात पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कैंप कार्यालय में काशी, वरुणा और गोमती जोन की मीटिंग की। सीपी ने तीनों जोन में जुलाई तक हुए अपराध, निस्तारण, विवेचना की समीक्षा की। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट लक्ष्यों के साथ टारगेट ओरिएंटेड पुलिसिंग का निर्देश दिया।
सीपी ने बताया कि प्रत्येक राजपत्रित अधिकारी को समयबद्ध लक्ष्यों को पूरा करना होगा, यह उनकी कार्यशैली और सक्रियता का द्योतक होगा। इसकी नियमित जोनवार-सर्किलवार समीक्षा की जाएगी। प्रत्येक जोन के डीसीपी को अगस्त माह के लिए टारगेट तय किए गए हैं।
जिसमें हर जोन 75 एसआर केस चार्जशीट तक पहुंचे और कोर्ट में उनकी प्रबल पैरवी हो। हत्या, बलात्कार, दहेज हत्या, गैंगेस्टर की विवेचनाएं जल्द पूरी की जाएं। चिन्हित अपराधियों में 2 के खिलाफ एनएसए, 21 पर गैंगेस्टर लगाया जाए।
पुलिस 60 पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करें। माफिया प्रवृत्ति के 60 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलें उनकी निगरानी करें। लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता आधार पर समयबद्ध निस्तारण कराया जाए।

DCP को निलंबन और लाइन हाजिर का अधिकार

पुलिस कमिश्नर ने मीटिंग में वरुणा, काशी और गोमती जोन के डीसीपी के अधिकार बढ़ा दिए। कई छोटे फैसलों के लिए डीसीपी को पुलिस कमिश्नर की अनुमति का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
नया आदेश जारी करते हुए सीपी ने बताया कि सभी डीसीपी को अपने-अपने जोन में कार्यरत समस्त कर्मचारियों (थाना प्रभारी छोड़कर) को निलम्बित करने, लाईन हाजिर करने, जांच करने, दण्डित करने की पूर्ण छूट प्रदान की जाती है।
सीपी ने कहा कि सभी जोन के डीसीपी स्वयं को अपने-अपने जोन का ‘पुलिस कप्तान’ समझते हुए जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। किसी भी संवेदनशील विषय पर तत्काल निर्णय लें और बेहतर परिणाम प्रस्तुत करें।

माफियाओं की संपत्ति जब्त करने की कवायद

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पुलिस कमिश्नर ने सभी जोन में माफियाओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। कहा कि चिह्नित सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध गुंडाएक्ट, गैंगस्टर, एचएस की कार्रवाई की जाए। माफियाओं की संपत्ति जब्त की जाए और उन पर कुर्की की कार्रवाई हो।
सीपी ने वाराणसी की पुलिसिंग में कुछ थाना क्षेत्रों में निष्क्रीयता पर भी सवाल उठाए। स्पष्ट किया कि “टारगेट ओरिएंटेड पुलिसिंग” उन थानों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगी और प्रत्येक जोन की प्रगति सामने आएगी।
डीसीपी पुलिस कर्मियों की नियमित ब्रीफिंग कर उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाएं। डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और थानेदार संवेदनशील प्रकरणों में त्वरित एवं संवेदनशीलतापूर्ण प्रतिक्रिया दें।

यातायात और कांवरियां लेन पर रखें नजर

सीपी ने सावन महीने में यानि आज कांवड़ियों की बढ़ती भीड़ के बीच ट्रैफिक इंतजाम दुरूस्त रखने के निर्देश दिए हैं। स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लागू कर यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने को निर्देशित किया।
यातायात में अवरोधों का चिह्निकरण करते हुए नगर निगम और वीडीए से समन्वय स्थापित कर उसे दूर कराएं। बच्चों, वृद्धजनों एवं महिलाओं के विरूद्ध अपराधों पर विशेष ध्यान दें ।

मीटिंग में इन अधिकारियों की रही मौजूदगी

संयुक्त पुलिस आयुक्त के. एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त वरुणा चंद्रकांत मीणा, डीसीपी काशी गौरव बंशवाल, डीसीपी गोमती मनीष शांडिल्य, डीसीपी ट्रैफिक, एडीसीपी काशी नीतू कादयान, एडीसीपी वरुणा सरवणन टी., एडीसीपी गोमती आकाश पटेल, एसीपी चेतगंज गौरव कुमार, एसीपी सारनाथ डा. अतुल अंजान त्रिपाठी, एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक, एसीपी भेलूपुर धनन्जय मिश्रा समेत अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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