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भीषण गर्मी से त्रस्त देश: 37 शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार, कब मिलेगी राहत ?

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भीषण गर्मी के कारण देश के 150 प्रमुख जलाशयों का पानी केवल 24 प्रतिशत रह गया है, जिससे जल संकट और बिजली की मांग में तेजी आई है। राज्य सरकारें चिंतित हैं और तापमान पर कड़ी नजर रख रही हैं।

तापमान का कहर -रविवार को देश के 37 शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और गुजरात के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। राजस्थान का फलौदी लगातार दूसरे दिन देश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां का तापमान 49.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

बनारस की स्थिति – जल और बिजली संकट -केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले सप्ताह उनके कुल भंडारण का केवल 24 प्रतिशत रह गया है। इससे जलविद्युत उत्पादन पर असर पड़ा है और बिजली की मांग 239.96 गीगावाट तक पहुंच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और बिजली की मांग और बढ़ सकती है। निरंतर बढ़ता संकट -भीषण गर्मी ने देश के विभिन्न हिस्सों में जीवन को प्रभावित किया है, और राज्य सरकारें इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। फिलहाल तापमान में गिरावट की कोई संभावना नहीं है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।

बनारस (वाराणसी) में भी गर्मी का प्रकोप चरम पर है। यहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। गर्मी के कारण जलसंकट और बिजली की कटौती की समस्या भी बढ़ गई है। स्थानीय प्रशासन ने गर्मी से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है। बनारस के गंगा घाटों पर जलस्तर में कमी आई है, जिससे पानी की उपलब्धता पर असर पड़ा है।

दिल्ली की स्थिति – दिल्ली के कम से कम आठ स्थानों पर तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। मुंगेशपुर में 48.3 डिग्री सेल्सियस और नजफगढ़ में 48.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। हरियाणा के नारनौल में तापमान 47 डिग्री और पंजाब के फरीदकोट में 47.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

राजस्थान में गर्मी का कहर -राजस्थान के बाड़मेर में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 48.6 डिग्री सेल्सियस और जैसलमेर में 48.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। राज्य सरकार ने बिजली और पानी की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे निगरानी की व्यवस्था की है। बिजली, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों तथा कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

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महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब भी झुलसे – महाराष्ट्र के अकोला और यवतमाल में तापमान क्रमशः 45.2 डिग्री सेल्सियस और 46.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मध्य प्रदेश के सागर में 46.2 डिग्री, गुना में 46.2 डिग्री और खजुराहो में 46 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 47 डिग्री, रोहतक में 46.7 डिग्री और हिसार में 46 डिग्री तापमान रहा। पंजाब के अमृतसर में 45.2 डिग्री और चंडीगढ़ में 44.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में रात में भी गर्मी लोगों को परेशान करती रहेगी।

जल और बिजली संकट -केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले सप्ताह उनके कुल भंडारण का केवल 24 प्रतिशत रह गया है। इससे जलविद्युत उत्पादन पर असर पड़ा है और बिजली की मांग 239.96 गीगावाट तक पहुंच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और बिजली की मांग और बढ़ सकती है।

निरंतर बढ़ता संकट -भीषण गर्मी ने देश के विभिन्न हिस्सों में जीवन को प्रभावित किया है, और राज्य सरकारें इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। फिलहाल तापमान में गिरावट की कोई संभावना नहीं है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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